सपा के गढ़ आजमगढ़ से पूर्वांचल को साधेंगे अखिलेश
आजमगढ़ अब जब बहुप्रतीक्षित अटकलों पर विराम लगा गया कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय सीट आजमगढ़ से कौन चुनाव लड़ेगा। रविवार को यह तय हो गया कि प्रदेश व देश की राजनीति की दिशा व दशा तय करने वाली संसदीय सीट आजमगढ़ (सदर) से अपनी पिता की विरासत संभालने के लिए खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ेंगे। इसके पीछे यह भी कारण बताया जा रहा है कि पिछले लोकसभा में आजमगढ़ की सीट छोड़ पूर्वांचल की किसी भी सीट पर सपा को सफलता नहीं मिली थी। अब जब बसपा के साथ गठबंधन हो गया है तो सियायी परिस्थिति में काफी बदलाव आया है जिसका फायदा अखिलेश के यहां से चुनाव लड़ने से जरूर होगा।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रदेश व देश की राजनीति की दिशा तय करने वाली संसदीय सीट आजमगढ़ (सदर) से अपनी पिता की विरासत संभालने खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगे आ चुके हैं। अब वह इस सीट पर चुनाव लड़ेंगे। इसके पीछे यह भी कारण बताया जा रहा है कि पिछले लोकसभा में आजमगढ़ की सीट छोड़ पूर्वांचल की किसी भी सीट पर सपा को सफलता नहीं मिली थी। अब जब बसपा के साथ गठबंधन हो गया है तो सियासी परिस्थिति में काफी बदलाव आया है, जिसका फायदा अखिलेश के यहां से चुनाव लड़ने से जरूर होगा।
मैनपुरी को दिल और आजमगढ़ को धड़कन कहने वाले मुलायम सिंह यादव ने 2014 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ संसदीय सीट पहले तो यह सोचकर चुनाव लड़ा था कि वाराणसी संसदीय सीट से नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं तो बगल की सीट से चुनाव लड़कर उन्हें सपा की ताकत का एहसास कराएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कांटे की टक्कर में भाजपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव से बड़ी मुश्किल से 70 हजार मतों के अंतर से जीते थे। यही, नहीं खुद की सीट छोड़ पूर्वांचल की अन्य सीटों पर उनके यहां से चुनाव लड़ने का तनिक भी असर नहीं दिखा। अब जब केंद्र व प्रदेश की राजनीति में भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर काफी संजीदा है तो आजमगढ़ से अखिलेश यादव की राह आसान नहीं होगी। हालांकि गठबंधन के बाद बसपा के मतों का भी उन्हें पूरी तरह भरोसा है। पार्टी पदाधिकारियों के साथ सपा समर्थक बुजुर्गों के अलावा युवाओं में काफी उत्साह दिख रहा है।
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कढ़े-पढ़े जनप्रतिनिधियों का मिलेगा साथ
आजमगढ़: पूर्वांचल से थोड़ा हटकर देखें तो आजमगढ़ संसदीय सीट पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के अपनी पार्टी के कढ़े व पढ़े जनप्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग मिलेगा। सपा के प्रमुख संस्थापक सदस्यों में शामिल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री बलराम यादव, पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा व वसीम अहम, मेंहनगर व निजामाबाद विधानसभा क्षेत्र के सपा विधायक कल्पनाथ पासवान व आलमबदी के अलावा एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक नफीस अहमद एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री व अतरौलिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. संग्राम यादव के साथ सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव के नेतृत्व में विभिन्न युवा फ्रंटल सगठनों का भरपूर सहयोग रहेगा।