फिर बढ़ने लगी घाघरा, देवारावासी फिर बंधे की तरफ बढ़े
आजमगढ़ : जनपद मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर बहने वाली घाघरा नदी का कहर कम होने का नाम न
आजमगढ़ : जनपद मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर बहने वाली घाघरा नदी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। घटने-बढ़ने का सिलसिला लगभग 20 दिन से लगातार जारी है। दो दिन घटने के बाद सोमवार को डिघिया गेज पर जलस्तर में तीन सेमी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। एसडीएम सगड़ी ने सोमवार को त्रिलोकी के पूरा कटान पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया साथ ही महराजगंज के सेमरी में विस्थापित परिवारों के पशुओं के चारा के लिए 42 क्िवटल भूसे का भी वितरण किया। पिछले दो सप्ताह से देवारावासी घाघरा के बढ़ाव व घटाव से परेशान हैं। जलस्तर कभी कम तो कभी बढ़ जा रहा है। देवारावासी घटने पर अपने आशियाने पर जाते हैं, वह एक-दो दिन बिता रहे हैं तब तक फिर पानी बढ़ने लग रहा है। इसकी वजह से वह बंधे की तरफ रूख कर दे रहे हैं। सोमवार को अब फिर घाघरा बढ़ रही है। अब देवारावासी संकट में पड़े हैं। वह बंधे की तरफ कदम बढ़ा चुके हैं। मंगलवार तक घाघरा तेजी से बढ़ी तो फिर बंधा ही लोगों का आशियाना होगा।
सगड़ी तहसील क्षेत्र के देवाराचंल में बहने वाली घाघरा नदी का कहर चरम पर पहुंच गया है। लगभग बीस दिनों तटवर्टी गांव पानी से घिरे हुए हैं। जहां संपर्क मार्ग डूबने से आवागमन की समस्या हैं वहीं 20 दिन से पानी में डूबी फसल सड़ रही है जिससे घाघरा का पानी दूषित हो गया है। इसके संपर्क में आने से लोगों में संक्रामक बीमारी फैल रही है। पशुओं को हरे चारे के लिए बाढ़ पीड़ित परिवार महुला-गढ़वल बांध के दक्षिण तरफ भटकते रहते हैं। ज्यादातर विद्यालय बंद होने से छात्रों की पढ़ाई बाधित है। एसडीएम सगड़ी ने सोमवार को हाजीपुर जूनियर विद्यालय में त्रिलोकी का पूरा निवासी कटान पीड़ित श्यामधारी, रामदरश, श्रवण, राजेंद्र, बीरबल, संजय, नेवास, रामरक्षा, सजगु, मुंशी, फुलबदन, लालचंद सहित 18 लोगों को राहत सामाग्री बांटी। राहत सामाग्री में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 2 किलो लाई, एक किलो गुड़, दो किलो भूना चना, दो किलो अरहर की दाल, नमक, हल्दी एवं बिस्कुट शामिल है। इस मौके पर तहसीलदार अर¨वद ¨सह, लेखपाल पंकज, प्रधान पल्टन यादव कटान पीड़ित मौजूद थे। घाघरा नदी की स्थिति
-बदरहुवा गेज पर सोमवार की सुबह नदी का जलस्तर 72.20 मीटर।
-सोमवार की शाम 72.23 मीटर, जबकि खतरा ¨बदु 71.68 मीटर है।
-डिघिया गेज पर सोमवार की सुबह नदी का जलस्तर 71.43 मीटर
-सोमवार की शाम 71.43 मीटर पर जलस्तर स्थिर रहा, जबकि खतरा ¨बदु 70.40 मीटर है। पशुओं के चारा के लिए 42 ¨क्वटल भूसा वितरित
महराजगंज विकास खंड के सेमरी गांव लगभग 20 दिन से पानी के चारों तरफ से घिरा हुआ है। गांव के सैकड़ों परिवार बंधे पर विस्थापित हैं। पशुओं को चारा की समस्या को देखते हुए एसडीएम सगड़ी ने सेमरी के सैकड़ों विस्थापित परिवारों को 42 ¨क्वटल भूसा वितरित किया। बाढ़ पीड़ितों को पशुओं के लिए चारा मिलने से उनके चेहरे खिल उठे। पशुओं के चारे की समस्या तो कुछ दिन टल गई लेकिन खाने की राहत सामग्री न मिलने से परेशानी हो रही है। वहीं चारो तरफ से बाढ़ के पानी के कारण नल का भी पानी दूषित हो गया है। भूसा पाने वाले लाभार्थियों में रामजीत, लालजी, विनय, सिधारी, कतवारू, कुलदीप, जीऊत, दिनेश, शंकर आदि शामिल हैं। छह स्थानों पर लगा हेल्थ कैंप
घाघरा नदी के बाढ़ से लगभग दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। फसलों की सड़न से बीमारियों का खतरा बना हुआ है। प्रशासन द्वारा बाढ़ चौकियों पर को पूरी तरह सतर्क किया गया है। क्षेत्र के गांगेपुर, मठिया, हाजीपुर, हैदराबाद, खरैलिया ढाला एवं स्माइलपुर बाढ़ चौकी पर स्वास्थ्य शिविर पूरी तरह सक्रिय है। स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सक एवं पशु चिकित्सक के साथ ही सेक्रेटरी एवं लेखपाल 24 घंटे तैनात रहते हैं।