लापरवाही व अनुशासनहीनता में लेखपाल निलंबित
आजमगढ़ मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने अन्य तहसील में स्थानांतरित हो जाने के बावजूद लेखपाल द्वारा पत्रावली वापस करने में की जा रही हीलाहवाली को गंभीरता से लिया है। लेखपाल को तत्काल निलंबित कर कार्रवाई से तीन दिन के अंदर अवगत कराने का निर्देश उप जिलाधिकारी को दिया है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने अन्य तहसील में स्थानांतरित हो जाने के बावजूद लेखपाल द्वारा पत्रावली वापस करने में की जा रही हीलाहवाली को गंभीरता से लिया है। लेखपाल को तत्काल निलंबित कर कार्रवाई से तीन दिन के अंदर अवगत कराने का निर्देश एसडीएम सदर को दिया है।
तहसील सदर में गत मंगलवार को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। सेठवल निवासी भानमती पत्नी सेतू राम ने अपना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया था कि उनके पति द्वारा जुलाई 2018 में दफा-24 उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता के अंतर्गत दावा उपजिलाधिकारी सदर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। उसकी पत्रावली तत्कालीन लेखपाल रामजतन यादव को पैमाइश के लिए दी गई थी। लेखपाल का स्थानांतरण तहसील सगड़ी में हो गया है लेकिन उनके द्वारा न तो पैमाइश करके पत्रावली में रिपोर्ट लगाई गई और ना ही पत्रावली को संबंधित लेखपाल के हवाले किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार सदर को तत्काल प्रकरण की जांच कर आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। तहसीलदार सदर ने प्रकरण की जांच में राजस्व निरीक्षक रानी की सराय पत्रावली उपलब्ध कराई गई। आख्या में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि पत्रावली लेखपाल रामजतन यादव को पैमाइश के लिए दी गई थी। स्थानांतरण के बावजूद लेखपाल द्वारा पत्रावली उपलब्ध नहीं कराई गई। बार-बार पत्रावली मांगे जाने पर आज तक वापस नहीं की गई, जिससे संबंधित भूमिधारक को अनावश्यक रूप से दौड़-धूप करना पड़ता है। मंडलायुक्त ने लेखपाल के इस कृत्य को घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं कर्तव्यहीनता मानते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।