हिमाचल में बैठा आर्मी का एक वरिष्ठ अधिकारी है गैंग का सरगना
अंतरजनपदीय गिरफ्तार जालसाज की साइड खबर-----
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जिले की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन अंतरजनपदीय नटवरलाल (जालसाज) गैस एजेंसी, पेट्रोल पंप, शस्त्र लाइसेंस दिलाने का भी ठेका लेते थे। इतना ही नहीं वे फर्जी दस्तावेज दिखाकर विदेशी कंपनियों से भी ठेका दिलाने का लालच दिखाकर करोड़ों रुपये की ठगी करते थे। एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने शनिवार को तीन जालसाजों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा करते हुए कहा कि इस गैंग का मुख्य सरगना हिमाचल प्रदेश में बैठा आर्मी का एक वरिष्ठ अधिकारी है।
उन्होंने बताया कि इस गैंग के शातिरों के तार कई जिलों में ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेशों में भी फैले हुए हैं। मुबारकपुर क्षेत्र में तीन दिन पूर्व लूट की प्राचीन मूर्तियों के साथ पुलिस ने राइस पुलिग गिरोह के जिन छह बदमाशों को गिरफ्तार किया था वे भी इसी गिरोह से जुड़े हुए हैं। एसपी ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी की डीलरशिप दिलाने, शस्त्र के लाइसेंस बनवाने से लेकर विदेशी कंपनियों का भी ठेका दिलाने का कार्य करते हैं। वे लोगों को फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसे दिखाकर अपने विश्वास में ले लेते हैं। इसके बाद आरबीआइ का फर्जी लेटर पैड दिखाकर व आइसीआइसीआइ बैंक के खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन का प्रपत्र दिखाकर लोगों से ठगी कर उनसे एक लाख से लेकर 15 लाख से 20 लाख रुपये ले लेते हैं। इतना ही नहीं जालसाज गिरोह के सदस्य प्राचीन मूर्तियों, सिक्का आदि में पॉवर दिखाकर लोगों को ठगी का शिकार भी बनाते हैं। वे रेकी कर जिस मंदिर पर पुरानी व बेशकीमती प्रतिमाएं है, वहां से उसे चोरी व लूट भी करते हैं। पकड़े गए तीनों जालसाजों ने शहर के बेलइसा बाजार में बाकायदा कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिटर आदि रखकर एक ऑफिस भी खोल रखी थी।