थोड़ी सी चूक, दीपावली को बना देगी फीकी
आजमगढ़ : दीपावली का त्योहार सामने हैं। ऐसी में तमाम लोग आनलाइन व सोशल साइट पर खरीदारी कर रहे हैं। लेकिन जरा सी चूक हुई तो लाखों रुपये जाना तय है। इसे लेकर आएदिन कोतवाली व थानों में एफआइआर दर्ज हो रहे हैं।
आजमगढ़ : दीपावली पर्व का आगाज हो चुका है। इस बार तमाम लोग ऑनलाइन व सोशल वेबसाइट के जरिए भी खरीदारी कर रहे हैं, लेकिन जरा सी चूक हुई तो लाखों रुपये डूबना तय है। इसे लेकर आए दिन कोतवाली व थानों में एफआइआर दर्ज हो रही हैं। पहले लोग जेब में रुपये लेकर घूमते थे, लेकिन अब एटीएम लेकर लोग घूम रहे हैं। ऐसे में तकनीकी के क्षेत्र में साइबर क्राइम बढ़ रहे हैं। थोड़ी-सी चूक पर लोगों के लाखों रुपये लुट जा रहे हैं। मामले दर्ज कर पुलिस चुप्पी साध ले रही है। बैंक भी खुद को जिम्मेदार नहीं मान रहा है। ऐसे में साइबर क्राइम को अंजाम देने वालों की मौज है।
जनपद में अभी तमाम ऐसे मामले आ चुके हैं कि खाताधारकों के खाते से धन निकल गए और उनको पता तक नहीं चला। इसकी शिकायत लेकर वह बैंक प्रबंधक के यहां गए तो वह अपनी जिम्मेदारी से भागने लगे। इसके बाद साइबर क्राइम के शिकार लोगों ने संगठन बनाकर लड़ाई लड़ी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हालात यह है कि आए दिन लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। एटीएम पर से भी विश्वास घटने लोगों का झुकाव कम हुआ है। अब ऑनलाइन खरीदारी का क्रेज तेजी से बढ़ा है। ऐसे में तमाम लोग लुट भी जा रहे हैं। पता चल रहा है कि उनके एटीएम से धन निकल गया और उन्हें पता ही नहीं चला। डिस्काउंट के बंपर ऑफर वाली फर्जी वेबसाइट्स से बचें
देश दुनिया की कई ट्रे¨नग वेबसाइट्स दीपावली में बंपर डिस्काउंट ऑफर दे रही हैं। यहां ब्रांडेड सामान काफी सस्ते मिल जाते हैं। इसकी वजह से इन वेबसाइट्स को खरीदार भी खूब मिलते हैं। साइबर चोर भी ट्रे¨डग वेबसाइट्स की इसी लोकप्रियता का फायदा उठाते हैं। कई बार वे इन वेबसाइट्स के मिलते-जुलते नामों से दूसरी फर्जी वेबसाइट बना लेते हैं। अगर आप ने यहां से खरीदारी की तो आपके पैसे तो उनके एकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे। आप के हाथ खाली रह जाएंगे। ऑनलाइन पेमेंट करते समय बरतें सावधानी
ट्रे¨डग वेबसाइट्स की विश्वसनीयता परखने और उत्पाद की जांच परख करने के बाद बेहतर होगा कि पेमेंट मोड में आप कैश ऑन डिलीवरी का चयन करें। इससे आप ऑनलाइन पैसे के ट्रांजैक्शन से बच जाएंगे। अगर यह विकल्प नहीं उपलब्ध हो तो बैंक के माध्यम से भुगतान करते समय विशेष सावधानी बरतें। दुकान पर खरीदारी करने के बाद कार्ड से पेमेंट करने में भी सतर्क रहने की जरूरत होती है। हो सकता है कि दुकानदार की पेमेंट मशीन को हैकर्स ने अपने नेटवर्क से जोड़ लिया हो। इससे जब आप कार्ड स्वाइप करते हैं तो आपके एकाउंट से संबंधित सारी जानकारियां साइबर चोरों के पास चली जाती है। अगर आप इसके शिकार हुए तो आपका एटीएम पिन ही वह जरिया है जो आपको लुटने से बचा सकता है। स्वाइप मशीन में पिन डालते समय यह सुनिश्चित करें कि आपका पिन नंबर कोई देख न रहा हो।
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फर्जी काल से अवश्य बचें
आपके कार्ड की जानकारी एकत्र करने के बाद कई बार चोर आपके नंबर पर फोन कर किसी न किसी बहाने से आपके एटीएम कार्ड का पिन नंबर पूछते हैं। ऐसे काल्स से सावधान रहने की जरूरत है। कई बार आपके मोबाइल पर आने वाले वन टाइम पासवर्ड की मांग की जाती है। अगर आपने यह जानकारी उनके जाल में फंसकर दे दी तो आपका गाढ़ी कमाई जाना तय है। आएदिन तमाम नंबरों से फोन आते रहते हैं और वह एटीएम नंबर की पूछताछ करते रहते हैं। ऐसे में इन लोगों को पूरी तरह इंग्नोर करें।
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जब तक आइडी व पासवर्ड लोगों को पता नहीं चलेगा तब तक साइबर क्राइम नहीं हो सकती है लेकिन अगर पासवर्ड व आईडी कोड पता चल गया तो कोई भी साइवर क्राइम का शिकार हो सकता है। ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है कि कोई भी काल आए तो एलर्ट हो जाएं।
सुभाष चंद तिवारी: प्रबंधक काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक मुकेरीगंज।