स्टेशन पर कार्य कर रहे मजदूर में दिखा कोरोना का लक्षण
रेलवे स्टेशन पर नान इंटरलॉकिग (एनआइ) का कार्य कर रहे मजदूरों में से एक में कोरोना के लक्षण पाए गए। ठेकेदार ने तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर कार्य कर रहे मजदूरों की जांच कराई। जांच में एक मजदूर संदिग्ध पाया गया। स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे एंबुलेंस में बैठाकर जिला अस्तपाल लेकर चले गए।
जासं, आजमगढ़ : रेलवे स्टेशन पर नान इंटरलॉकिग (एनआइ) का कार्य कर रहे मजदूरों में से एक में कोरोना के लक्षण दिखने पर ठेकेदार ने स्वास्थ्य विभाग की टीम बुलाकर सभी मजदूरों की जांच कराई। जांच के बाद एक मजदूर को एंबुलेंस से जिला अस्तपाल ले जाया गया।
आदर्श रेलवे स्टेशन पर सिग्नल अपग्रेडेशन के लिए नान इंटरलॉकिग का कार्य रविवार से शुरू कराया गया। इसके लिए रेल प्रशासन ने गोरखपुर व वाराणसी से 18 कर्मचारियों को भेजा है, जबकि ठेकेदार द्वारा बाहर से 35 मजदूरों को बुलाकर शनिवार से कार्य कराया जा रहा था। सुबह सभी रेल की पटरी जोड़ रहे थे लेकिन किसी में भी शारीरिक दूरी नहीं दिखी और न ही किसी ने मास्क लगाया था। मजदूरों ने बताया कि उन्हें मास्क और सैनिटाइजर नहीं दिया गया। एक पटरी को उठाने में आठ से 10 लोगों के लगने से शारीरिक दूरी भी नहीं हो पा रही है। जनसंपर्क अधिकारी वाराणसी अशोक कुमार ने बताया कि सभी कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर व साबुन दिया गया है।