पानी के इंतजार में खर्च कर डाले 70 हजार
ता मेहनाजपुर (आजमगढ़) सरकार किसान हितों को लेकर कितना भी दावा कर ले लेकिन वक्त पर किसानों को कभी खाद तो कभी पानी नहीं मिल पाता। अबकी शारदा सहायक खंड 23 की नहर ने किसानों को पूरी तरह से निराश कर दिया। नहर के भरोसे खेती करने वालों की धान की नर्सरी तक तैयार नहीं हो सकी रोपाई की तो बात ही बहुत दूर है। इस स्थिति में कुछ किसानों को इधर-उधर से व्यवस्था करके बोरिग करानी पड़ी। क्षेत्र के उकेरा परीसिनिया निवासी किसान विनोद सिंह ने तो अपने खेत में दो स्थानों पर बोरिग करा दी और एक इंजन खरीद लिया। इसमें उन्हें 70000 रुपये खर्च करने पड़े। इसके बाद वह खेती की तैयारी में जुट गए हैं।
जागरण संवाददाता, मेहनाजपुर (आजमगढ़) : सरकार किसान हितों को लेकर कितना भी दावा कर ले लेकिन वक्त पर किसानों को कभी खाद तो कभी पानी नहीं मिल पाता। अबकी शारदा सहायक खंड 23 की नहर ने किसानों को पूरी तरह से निराश कर दिया। नहर के भरोसे खेती करने वालों की धान की नर्सरी तक तैयार नहीं हो सकी, रोपाई की तो बात ही बहुत दूर है। इस स्थिति में कुछ किसानों को इधर-उधर से व्यवस्था करके बोरिग करानी पड़ी। क्षेत्र के उकेरा परीसिनिया निवासी किसान विनोद सिंह ने तो अपने खेत में दो स्थानों पर बोरिग करा दी और एक इंजन खरीद लिया। इसमें उन्हें 70000 रुपये खर्च करने पड़े। इसके बाद वह खेती की तैयारी में जुट गए हैं।
सूखी नहर को दिखाते हुए किसान विनोद सिंह ने बताया कि नहर में पानी नहीं है। संबंधित अभियंता से बार-बार कहने के बाद भी नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। विभाग की उदासीनता से क्षेत्र के किसान खेती से वंचित हो रहे हैं। नहर में पानी की आस को छोड़कर मुझे अपने खेतों में बोरिग करानी पड़ी। अब तो नहर में पानी नहीं भी आया तब भी हम धान उगाएंगे, लेकिन उन किसानों के सामने समस्या बनी हुई है जो नहर के भरोसे खेती करते हैं।