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सफाई पर प्रतिमाह 40 हजार खर्च, फिर भी गंदगी बरकरार

आजमगढ़ अत्याधुनिक रोडवेज भवन परिसर एवं अंदर की साफ-सफाई के लिए ठेका दिया गया है। इसके लिए विभाग से 40 हजार रुपये प्रतिमाह व्यय किया जाता है। शौचालय की साफ-सफाई के लिए अलग से कर्मी रखा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:09 AM (IST)
सफाई पर प्रतिमाह 40 हजार खर्च, फिर भी गंदगी बरकरार
सफाई पर प्रतिमाह 40 हजार खर्च, फिर भी गंदगी बरकरार

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अत्याधुनिक रोडवेज परिसर एवं अंदर की साफ-सफाई के लिए ठेका दिया गया है। इसके लिए विभाग से 40 हजार रुपये प्रति माह व्यय किया जाता है। शौचालय की साफ-सफाई के लिए अलग से कर्मी रखे गए हैं, जबकि ठेके के कर्मियों द्वारा सिर्फ भवन के अंदर एवं परिसर की साफ-सफाई करनी होती है। इसके बाद भी जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है। पॉलीथिन व कागज के टुकड़े परिसर में फैले रहते हैं। कई बार कहने के बाद भी परिसर में झाड़ू नहीं लगता है। सफाई के लिए दबाव बनाने पर क्षेत्रीय प्रबंधक के पास किसी मंत्री का फोन आने लगता है। बताया जाता है कि जिस ठेकेदार ने स्टेशन परिसर की साफ-सफाई का ठेका लिया है वह किसी मंत्री का खास है और लखनऊ में रहते हुए अपने व्यक्तियों से काम करवाता है।

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झाड़ू लगाने का यह है निर्देश

रोडवेज परिसर व भवन की साफ-सफाई लिए सुबह, दोपहर व शाम तीनों टाइम निर्देश दिया गया है। ठेकेदार द्वारा आठ सफाई कर्मियों को ठेके पर रखा गया है। वेतन समय से न मिलने पर कोई सफाई कर्मी बराबर सफाई नहीं करता है। प्रति सफाई कर्मी को तीन हजार रुपये मानदेय मिलता है, वह भी तीन से चार माह तक मानदेय नहीं मिलने की वजह से कई सफाई कर्मी काम छोड़कर चले गए।

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350 बसों का होता है संचालन

82 बस आजमगढ़ डिपो, 72 बस डा. आंबेडकर डिपो के साथ ही मऊ, बलिया, गोरखपुर, वाराणसी व प्रयागराज सहित अन्य डिपो से 300 से 350 बसों का आवागमन आजमगढ़ स्टेशन से होता है। यात्रियों को खाने-पीने की सुविधा के लिए कैंटीन भी स्टेशन परिसर में खुल गई है। बसों के आवागमन से स्टेशन परिसर में कुछ न कुछ गंदगी होती रहती है। समय से सफाई न होने से गंदगी फैल जाती है।

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वर्जन:::

-जितना अपने काम से नहीं उतना स्टेशन परिसर की सफाई के लिए फटकार सुननी पड़ती है। सफाई कर्मियों से बार-बार कहने के बाद भी सफाई नहीं करते। सफाई न होने पर कार्रवाई भी होती है लेकिन सुधार नहीं हो रहा है।

-स्नेहलता, स्टेशन प्रबंधक, आजमगढ़ डिपो।

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-परिसर में गंदगी फैली रहती है। जब फटकार लगाओ तभी सफाई होती है, जबकि सुबह, दोपहर व शाम तीनों टाइम सफाई करने का निर्देश दिया गया है।

-पीके तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक आजमगढ़।


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