मथुरा भेजा गया 200 गोवंशों का ब्लड सीरम सेंपल
आजमगढ़ हर हाल में गोवंश को सुरक्षित रखने के लिए शासन ने पहल करनी शुरू कर दी है। खुरपका व मुंहपका से किसी भी पशु की मौत न होने पाए ऐसे में पूरे जनपद में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण से पहले अब तक जनपद 10 गांवों से गोवंशों के ब्लड सीरम का सेंपल मथुरा प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया है। टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के बाद फिर इन्हीं गोवंशों का ब्लड सीरम सेम्पल लेकर जांच को भेजा जाएगा। इसके बाद मथुरा प्रयोगशाला से रिपोर्ट भेजकर पशुओं की हेल्थ को परखा जाएगा।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : खुरपका व मुंहपका से किसी भी पशु की मौत न होने पाए, ऐसे में पूरे जनपद में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण से पहले अब तक जनपद 10 गांवों से 200 गोवंशों के ब्लड सीरम का सेंपल मथुरा प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया है। टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के बाद फिर इन्हीं गोवंशों का ब्लड सीरम सेंपल लेकर जांच को भेजा जाएगा। इसके बाद मथुरा प्रयोगशाला से रिपोर्ट भेजकर पशुओं की हेल्थ को परखा जाएगा।
खुरपका मुंहपका रोग नियंत्रण कार्यक्रम योजनांतर्गत एफएमडी टीकाकरण का यह 25वां चरण चल रहा है। इसका उद्देश्य खुरपका व मुंहपका रोग पर पूरी तरह से नियंत्रण पाना है। यह कार्यक्रम जनपद में 45 दिन तक लगातार चलना है। जनपद में 9,29,000 पशुओं को टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके सापेक्ष अभी तक शासन की तरफ से कुल 52900 वैक्सीन आई है। पशुपालन विभाग की 58 टीमें पूरे जनपद में लगाई गई हैं। यह टीमें पूरे जनपद के गांवों में घूम-घूमकर पशुओं का टीकाकरण कर रही हैं। 15 अक्टूबर तक कुल 1,46,838 पशुओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। टीकाकरण के बाद एक बार फिर 30 दिन पर इन पशुओं का सेम्पल लिया जाएगा और दोबारा मथुरा भेजा जाएगा। दोनों रिपोर्ट को मिलान कर पशुओं के हेल्थ व रोग को परखा जाएगा।
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हर हाल में पशुओं को खुरपका व मुंहपका रोग से ग्रसित नहीं होने दिया जाएगा। यह अभियान साल में दो बार चलाया जाता है। ऐसे में पूरे जनपद में विभाग की टीमें लगाकर युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है।
डा. वीके सिंह : मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।