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19 साल बाद घाघरा में आया उफान

जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : लगभग 19 वर्ष बाद एक बार पुन: घाघरा नदी का कहर दे

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Aug 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 20 Aug 2017 03:00 AM (IST)
19 साल बाद घाघरा में आया उफान
19 साल बाद घाघरा में आया उफान

जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : लगभग 19 वर्ष बाद एक बार पुन: घाघरा नदी का कहर देवारा में शुरू हो गया है। 1998 में आई बाढ़ के दौरान नदी का जलस्तर लालनिशान 71.68 मीटर के ऊपर 72.98 मीटर पर पहुंच गया था, जो शनिवार को उससे मात्र 11 सेमी नीेचे रह गया है। उधर, महुला-गढ़वल बांध के 134 में 87 चिरागी गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं। तीन दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। शेष गांव पानी से घिर गए हैं। सभी मुख्य संपर्क व तीन रपटा भी पानी में डूब गए हैं, जिससे लोगों का आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। प्रशासन की तरफ से 250 नाव लगाई गई है।

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शनिवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व बीके गुप्ता, एसडीएम सगड़ी रविरंजन व डीएसओ देवमणि मिश्रा ने सभी बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। वहां तैनात सभी विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की परेशानी बाढ़ पीड़तिों को नहीं होनी चाहिए। सहदेवगंज, कुड़ही ढाला, शिवपुर, हैदराबाद, इस्माइलपुर, सोनौरा, हाजीपुर, गांगेपुर, महुला आदि बांढ़ चौकियों में पड़ने वाले बाढ़पीड़ति क्षेत्रों के लोगों को राइफल क्लब की तरफ से 15 किलो गेहूं, 10 किलो चावल लेखपाल, सेक्रेटरी व प्रधान की देखरेख में वितरित कराया।एडीएम ने बताया की इस खाद्यान का भुगतान राइफल क्लब करेगा और कोई कोटेदार यदि पैसा खाद्यान का लेता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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आरटीजीएस से खाते में भेजी जाएगी सहायता राशि

रौनापार: शासन की ओर से कोई नगद या निशुल्क खाद्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन की तरफ से अब तक सभी बाढ़ पिडितों के लिए नावों की व्यवस्था और पांच ली मिट्टी तेल प्रत्येक परिवार को पैसा लेकर दिया जा रहा है। जो भी सहायता राशि होगी वह बाढ़ पीड़तिों के खाते मे आरटीजीएस के द्वारा भेजी जाएगी।

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¨रग बांध बचाने को दिए गए निर्देश

रौनापार: ¨रग बांध को बचाने के लिये बीडीओ व संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ पीड़तिों को बांध पर, जो लोग विस्थापित होकर रह रहे है, उनके लिए तहसीलदार को पएॅलीथीन उपलब्ध कराने को कहा गया है। सगडी तहसील में बाढ पिडित कुल 134 गांव हैं, जिसमें 47 गांव में कोई आबादी नहीं है और 87गांव जिसमें लगभग दो लाख की आबादी है सभी बाढ़ से प्रभावित हैं।

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नियंत्रण कक्ष में काíमकों की तैनाती

आजमगढ़: जिले में बाढ़ से संबंधित सूचनाओं के आदन-प्रदान के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष नंबर-05462-246832 व मो.नं.-9454417172 है। नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे सूचना प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा काíमकों को नियुक्त किया गया है। वे सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम, पता आदि को रजिस्टर में तिथिवार समय के साथ उल्लेख करेंगे।


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