चीनी व बिजली उत्पादन से 14.35 करोड़ आमदनी
सठियांव चीनी मिल वर्तमान सत्र में सफलता पूर्वक पेराई का दावा करते बंद करने की घोषणा कर दी गई। लक्ष्य के आसपास पेराई का दावा किया गया है। साथ ही पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग डेढ़ माह अधिक दिनों तक मिल चलने की बात कही गई।
जासं, अमिलो (आजमगढ़) : सठियांव चीनी मिल वर्तमान सत्र में सफलतापूर्वक पेराई का दावा करते बंद करने की घोषणा कर दी गई। लक्ष्य के आस-पास पेराई का दावा किया गया है। साथ ही पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग डेढ़ माह अधिक दिनों तक मिल चलने की बात कही गई। किसानों में पर्ची को लेकर भले थोड़ा असंतोष रहा, लेकिन इस बार किसानों की ओर से कोई बड़ा आंदोलन मिल प्रशासन के खिलाफ नहीं चलाया गया। मिल प्रशासन किसानों की शिकायतों पर पेराई सत्र में सतर्क भी दिखी।
सठियांव चीनी मिल पेराई सत्र 2018-19 का लक्ष्य 45 लाख क्विटल गन्ना पेराई रखा गया था। इसके सापेक्ष 42 लाख 78 हजार क्विटल गन्ना पेराई कार्य पूरा हुआ। पेराई में 95 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकी। गन्ना पेराई कर कुल चार लाख 17 हजार क्विटल चीनी का उत्पादन किया है। बंद होने पर रिकवरी 11.50 फीसद बताई जाती है। 72 हजार क्विटल चीनी के विक्रय से 22 करोड़ 32 लाख रुपये की आय हुई, जबकि स्टाक में अवशेष चीनी तीन लाख 45 हजार क्विटल है। इसी प्रकार चीनी व 26 हजार 650 मेगावाट बिजली उत्पादन से 14 करोड़ 35 लाख रुपये की आय हुई। किसानों को 25 फरवरी 2019 तक 96 करोड़ 80 लाख 25 हजार रुपये देनदारी का चुकता किया गया। लाभान्वित किसानों की कुल संख्या 23 हजार 824 बताई गई। पिछले वर्ष की उपलब्धियों पर नजर डाली जाए तो कुल गन्ना की पेराई 34 लाख 64 हजार क्विटल हुई। चीनी का उत्पादन तीन लाख 88 हजार 490 क्विटल और बिजली का उत्पादन 22 हजार मेगावाट हुआ। इससे 12 करोड़ 40 लाख की आमदनी हुई। पिछले वर्ष मिल तीन माह ही चली थी और इस वर्ष चार माह 15 दिन चली थी। मिल के प्रधान प्रबंधक बीके अबरोल का कहना है कि पिछले वर्ष के अपेक्षा चीनी मिल सभी बिंदुओं पर सफल होती नजर आ रही है। हमारा प्रयास आगे यह रहेगा कि मिल निरंतर सफलता की सीढि़यों पर अग्रसर बढ़ते रहे। प्रदेश की पहली चीनी मिल ने किया लक्ष्य को पूरा
जासं, अमिलो (आजमगढ़) : उपसभापति पराग यादव ने कहा कि प्रदेश में यह पहली चीनी मिल है जो अपने लक्ष्य को पूरा कर नया कीर्तिमान स्थापित की है। यह चीनी मिल क्षेत्र परिक्षेत्र के किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। डायरेक्टर कौशल कुमार उर्फ मुन्ना राय ने मिल की सफलता के संग किसानों के लाभकारी बताया।