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प्रदेश में 11 हजार टेक्निशियनों की होगी भर्ती : रीता बहुगुणा

केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता व स्वास्थ्य पर काफी ध्यान दे रही है। यहीं कारण है कि 16 माह में प्रदेश सरकार ने हेल्थ सर्विसेज के तहत काफी प्रदेश में सुधार किया है। 22 सौ डाक्टरों के साथ ही 9 हजार एएनएम व नर्सेज की प्रदेश में भर्ती की गई। टेक्निशियन आदि पदों पर भी बहुत शीघ्र ही 11 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती होने जा रही है। पिछली सरकारों ने जो बैकलाग मैनपावर छोड़ी थी उसे हम भरने जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 06:50 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 11:16 PM (IST)
प्रदेश में 11 हजार टेक्निशियनों की होगी भर्ती : रीता बहुगुणा
प्रदेश में 11 हजार टेक्निशियनों की होगी भर्ती : रीता बहुगुणा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता व स्वास्थ्य पर काफी ध्यान दे रही है। यही कारण है कि 16 माह में प्रदेश सरकार ने हेल्थ सर्विसेज के तहत प्रदेश में काफी सुधार किया है। 22 सौ डाक्टरों के साथ ही 9 हजार एएनएम व नर्सेज की प्रदेश में भर्ती की गई। टेक्निशियन आदि पदों पर भी शीघ्र ही 11 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती होगी। पिछली सरकारों ने जो बैकलाग मैनपावर छोड़ा थी उसे हम भरने जा रहे हैं। उक्त बांतें प्रदेश की महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने रविवार की दोपहर जिला महिला चिकित्सालय के आकस्मिक निरीक्षण के बाद कही।

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उन्होंने कहा कि महिला जिला चिकित्सालय में डाक्टरों की संख्या पर्याप्त हैं, मशीनें भी उपलब्ध हैं, टेक्निशियन भी पर्याप्त हैं। हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर यहां उपलब्ध है, लेकिन रखरखाव खराब पाया गया। बाथरूम व शौचालय से लेकर वार्डों में गंदगी मिली। अस्पताल की हालत बद से बदतर है। सरलता के साथ आवागमन उपलब्ध होने से इस अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा है। जो बच्चा कल पैदा हुआ, उस प्रसूता के बेड पर चार-चार लोग बैठे हुए मिले। अस्पताल में साफ सफाई नहीं है। भोजन की क्वालिटी उपयुक्त नहीं मिली। रसोईयां जमीन पर बैठकर भोजन बना रही थी। वार्ड में लोग जूता व चप्पल पहन कर आ जा रहे हैं।

सरकार मातृत्व व शिशु मृत्यु दर नीचे लाना चाहती है, जिसके लिए बहुत केयर की आवश्यकता है। मै समझती हूं कि सिर्फ बच्चा पैदा करा देना सिस्टम नहीं होना चाहिए। इस अस्पताल में हमने सभी प्रकार के अभावों को देखा है। 102 एंबुलेस के रिकार्ड का निरीक्षण नहीं कर पाई। एसडीएम को निरीक्षण के लिए कहा है। अस्पताल में भर्ती आधे से ज्यादा मरीज अपने संसाधनों से यहां आए हुए हैं। कहीं ऐसा तो नहीं है कि 102 एंबुलेस के कर्मी अपने रजिस्टर में उनका नाम दर्ज कर रहे हैं। ऐसा हमने कई जिलों में पाया है। स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम चुस्त दुरुस्त रहे इसलिए निरीक्षण किया है।

निरीक्षण में पाई खामियों की रिपोर्ट वे लखनऊ पहुंच कर शासन के समक्ष रखेंगी। स्वास्थ्य कर्मियों को मौका देना चाहिए, क्योंकि इस समय मरीजों की ओर से ज्यादा शिकायतें मिली हैं, ऐसा हमने स्वयं महसूस किया है। खामियों मिलने पर कार्रवाई के बारे में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यहां के डाक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्ती की जाएगी। सर्विस प्रोपराइटर है उसके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए लिखेंगी।

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यह योगी की सरकार है..

अस्पताल के निरीक्षण के बाद मिली खामियों पर उन्होंने जिम्मेदार अफसरों की जमकर क्लास लीं। कहा कि यह बसपा व सपा की सरकार नहीं है। यह योगी की सरकार है, इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। कहा कि तत्काल व्यवस्था सुधार ली जाए, वरना दंड भुगतने को तैयार रहें। इसके बाद वह वन मंत्री दारा ¨सह चौहान के पिता के त्रयोदशाह में शामिल हुईं। इसके बाद जौनपुर के लिए प्रस्थान कर गईं।


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