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मंडल में 100 अध्यापकों ने नहीं कराया सत्यापन

आजमगढ : मंडल के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में तैनात लगभग 100 शिक्षक अपने डिग्री का सत्यापन ही नहीं कराएं हैं। छह साल की नौकरी पूरी करने के बाद भी इन्होंने एरियर के लिए कोई आवेदन भी नहीं किया जबकि इनके साथ के नौकरी पाने वाले सारे शिक्षकों ने अपनी डिग्री का सत्यापन कराकर एरियर का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में इनके फर्जी होने की आशंका हैं। इस तरह के शिक्षकों को विभाग चिह्नित करने में जुटा हुआ है। जल्द ही इनके खिलाफ जांच प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:44 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 07:44 AM (IST)
मंडल में 100 अध्यापकों ने नहीं कराया सत्यापन
मंडल में 100 अध्यापकों ने नहीं कराया सत्यापन

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडल के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में तैनात लगभग 100 शिक्षक अपने डिग्री का सत्यापन ही नहीं कराए हैं। छह साल की नौकरी पूरी करने के बाद भी इन्होंने एरियर के लिए कोई आवेदन भी नहीं किया, जबकि इनके साथ नौकरी पाने वाले सारे शिक्षक अपनी डिग्री का सत्यापन कराकर एरियर का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में इनके फर्जी होने की आशंका हैं। इस तरह के शिक्षकों को विभाग चिह्नित करने में जुटा हुआ है। जल्द ही इनके खिलाफ जांच प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

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वर्ष 2011-12 में बड़ी संख्या में सहायक अध्यापकों की भर्ती कराई गई थी। सभी की काउंसि¨लग के बाद मंडल के आजमगढ़, मऊ व बलिया जनपदों के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में तैनात कर दिया गया। दो साल बाद इनके डिग्री का सत्यापन प्रक्रिया शुरू की गई। प्रथम चक्र में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की डिग्री का सत्यापन किया गया। इसमें सभी शिक्षकों की डिग्री लगभग सही मिली, लेकिन इसके बाद जिन शिक्षकों को एरियर लेना था। वे अपनी स्नातक व बीएड की डिग्री खुद सत्यापन कराकर अपना एरियर ले लिए, यानी सभी ने अपने से अपनी डिग्री का सत्यापन पूर्ण करा लिया। सभी को एरियर भी मिल गया है। ये शिक्षक पदोन्नति की प्रक्रिया में भी हैं, लेकिन अब तक 100 से अधिक शिक्षकों ने अपनी डिग्री का सत्यापन ही नहीं कराया। एरियर भी नहीं ले रहे हैं। इससे पूरी तरह से आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन शिक्षकों की डिग्री फर्जी है, इसलिए ये अपने डिग्री का सत्यापन न कराकर एरियर का लाभ नहीं ले रहे हैं। इन्हें जल्द ही चिह्नित कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ''यह मामला उनके समक्ष आ चुका हैं। संज्ञान में भी है। अभी तक रणनीति नहीं बनाई गई है। जल्द ही एडी बेसिक से विचार-विमर्श कर इस दिशा में रणनीति बनाकर इन शिक्षकों के डिग्री के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा जाएगी।''

-योगेंद्र कुमार, संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ मंडल। ----------

अभी वह नए हैं। अभी तक शिकायत उनके पास नहीं आई है। फिर भी अगर इस तरह की बात है तो वह पूरे मंडल के शिक्षकों की कार्यप्रणाली व डिग्री को खंगालवाएंगे।

राजेश कुमार आर्या : एडी बेसिक आजमगढ़ मंडल।


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