यमुना ने पार किया खतरे का निशान
जागरण संवाददाता औरैया राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद से चंबल में लगाता
जागरण संवाददाता, औरैया : राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद से चंबल में लगातार उफान बना हुआ है। जिसके चलते यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। जिसके चलते यमुना किनारे बसे क्योंटरा, सरैया समेत अन्य गांवों का संपर्क मार्ग टूट गया। खबर लिखे जाने तक जलस्तर 113.74 मीटर रिकार्ड किया गया।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने की जानकारी पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुपम शुक्ला ने सदर तहसीलदार राजकुमार के साथ यमुना किनारे बसे गांवों का निरीक्षण किया। गांव की सड़क पर पानी घुसने के चलते टूटे संपर्क मार्ग की स्थिति को देख नाव से अधिकारी ग्रामीणों के पास पहुंचे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि गांव का संपर्क मार्ग टूटने के चलते ग्रामीणों के आने-जाने के लिए दो नावों की व्यवस्था करा दी गई है। साथ ही ग्रामीणों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। दवाइयों की भी व्यवस्था करा दी गई है। ग्राम क्योंटरा में यमुना का पानी आने की स्थिति से निपटने के लिए और वहां के ग्रामीणों को ठहराए जाने के लिए प्राथमिक विद्यालय व बालिका विद्यालय में इंतजाम करा दिए गए हैं। इसके साथ ही नाविकों को भी बचाव टीम तैयार कर ली गई है। फिलहाल लगातार बढ़ रहे पानी पर जिला प्रशासन नजर बनाए हुए है। प्रभारी एडीएम राशिद अली खान ने भी देर शाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को निरीक्षण किया। 2016 का रिकार्ड तोड़ा
केंद्रीय जल आयोग कर्मियों की मानें तो इससे पहले 2016 में यमुना नदी में आई बाढ़ के चलते जलस्तर 113.47 मीटर पर दर्ज किया गया था। यमुना के जलस्तर ने इस बार पिछले रिकार्ड को भी तोड़ दिया है। जलस्तर में बढ़त लगातार जारी है।