बजट के अभाव में थमा समग्र गांवों के विकास का पहिया
- छह माह बीतने के बाद भी नहीं शुरू हो सका काम - वर्ष 2018-19 में जनपद की 12 ग्राम पंचायतो
- छह माह बीतने के बाद भी नहीं शुरू हो सका काम
- वर्ष 2018-19 में जनपद की 12 ग्राम पंचायतों हुई हैं चयनित
जागरण संवाददाता, औरैया : शासन की ओर से वर्ष 2018-19 में जनपद की 12 ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री समग्र ग्राम योजना में चयनित किया गया है। हाल ही में करीब छह ग्राम पंचायतों की कार्य योजना भी तैयार कर ली गई है। लेकिन बजट के अभाव में इनका विकास नहीं हो पा रहा है। जिससे एक बेहतर गांव बनने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों के सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
अगस्त माह में जिले की 12 ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री समग्र गांव में चयनित किया गया था। करीब आठ ग्राम पंचायतों में कार्य तैयार कर ली गई है। जबकि चार ग्राम पंचायतों में अभी तक कार्य योजना नहीं बनाई जा सकी है। गांव चयनित हुए छह माह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन किसी भी गांव में विकास कार्य शुरू नहीं हो सके हैं। जिसकी मुख्य वजह अभी तक शासन की ओर से बजट न आना है। कई बार जिला प्रशासन की ओर से डिमांड की गई लेकिन अभी तक वह पास नहीं हो सका है। जिसके कारण इन गांवों के लोग विकास की गंगा बहने से अछूते नजर आ रहे हैं। वहीं जिम्मेदारों की लापरवाही भी विकास कार्य न कराए जाने में बाधा बनते नजर आ रहे हैं। सदर ब्लाक की एक भी ग्राम पंचायत नहीं
वर्ष 2018-19 में जनपद के 12 गांवों को इस योजना के तहत चुना गया है। जिसमें सदर विकासखंड से एक भी गांव नहीं लिया गया है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से 36 ग्राम पंचायतों की सूची भेजी गई थी। क्या कहते हैं जिम्मेदार
बजट न आने के कारण अभी विकास कार्य नहीं कराया जा पा रहा है। कुछ विभागों द्वारा अपने बजट से कार्य कराया जा रहा है। वैसे सभी योजना में चयनित ग्राम पंचायतों की कार्य योजना तैयार की जा चुकी है। बजट आते ही कार्य तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। - सतेंद्रनाथ चौधरी, सीडीओ