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कोहरे के कारण सुबह दस बजे जगी जिंदगी

जागरण संवाददाता औरैया कोहरे के कारण दिन की शुरूआत अब सुबह दस बजे के बाद ही हो प

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 11:23 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 11:23 PM (IST)
कोहरे के कारण सुबह दस बजे जगी जिंदगी
कोहरे के कारण सुबह दस बजे जगी जिंदगी

जागरण संवाददाता, औरैया : कोहरे के कारण दिन की शुरूआत अब सुबह दस बजे के बाद ही हो पा रही है। सर्द हवा कंपकंपी बढ़ाने में सहायक हो रही हैं, वहीं गलन में कोई कमी नहीं महसूस की जा रही है। बुधवार को चटख धूप निकलने के बाद लोगों को कुछ राहत जरूर मिलती दिखी। जनपद का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस मापा गया।

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यह माना जाता है कि मकर संक्रांति के बाद दिन बड़ा होने लगता है और रात छोटी। ऐसा अब दिखने भी लगा है। बुधवार सुबह करीब तीन घंटे तक कोहरे का प्रभाव रहा। 11 किमी प्रति घंटा की गति से चली हवा ने सर्दी का अहसास कराया।

सड़कों व बाजार में लोगों का आवागमन बंद रहा। बुधवार को छुट्टी होने की वजह से कर्मचारियों व स्कूली बच्चों ने भी धूप का आनंद लिया। पार्कों में बच्चे अपने मनपसंद खेल खेलने में जुट गए। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से लोगों ने खुले मौसम का फायदा उठाकर अपने काम निपटाए। मौसम विज्ञानी डा. अनंत कुमार ने बताया कि 11 किमी की गति से चली सर्द हवा ने सर्दी का अहसास कराया। लेकिन मौसम साफ रहने व धूप से कुछ राहत महसूस हुई। अधिकतम तापमान 22 व न्यूनतम आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आ‌र्द्रता 81 मिमी व न्यूनतम 78 मिमी आंकी गई। गुरुवार को मौसम साफ रहेगा।

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अन्ना जानवरों ने ली किसान की जान

संवाद सहयोगी, बिधूना : कोतवाली के ग्राम शंकरपुर में खेत की रखवाली करने गए किसान को अन्ना जानवरों ने पटक- पटक कर मौत के घाट उतार दिया। बुधवार की सुबह किसान के घर न पहुंचने पर उनके पुत्र ने खेत में जाकर देखा तो शव पड़ मिला। घटना की जानकारी होने पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंचे स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कुदरकोट चौकी के ग्राम शंकरपुर निवासी 52 वर्षीय शिवशंकर मंगलवार की देर शाम खेत पर रखवाली करने गए थे। घर के सभी सदस्य खाना खाकर सो गए। आशंका है कि रात में ही खेत में घुसे अन्ना जानवरों को जब वे भगाने लगे तो सभी ने उन पर हमला कर दिया होगा। अन्ना जानवरों के हमले से उनकी जान चली गई। बुधवार की सुबह तड़के उनका पुत्र कुलदीप खेतों पर उन्हें देखने गया तो काफी देर तक वह नहीं मिला। इसके बाद खेत के किनारे शिवशंकर का शव पड़ा मिला। उनके शरीर में काफी चोटें देखी गई। जानकारी होने पर मौके पर ग्रामीण एकत्र हो गए। मृतक के पुत्र कुलदीप ने बताया कि वह अपने पिता के साथ खेती में हाथ बंटाता था। उसने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में जानवरों की ओर से हमला किए जाने की पिता की मौत होने की संभावना व्यक्त की है। कोतवाली निरीक्षण राजकुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।


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