खुद पर भरोसा कर दें बोर्ड परीक्षा
जागरण संवाददाता, औरैया : बोर्ड परीक्षा एक पड़ाव है। किसी के दबाव पर ध्यान न दें, बल्कि खुद
जागरण संवाददाता, औरैया : बोर्ड परीक्षा एक पड़ाव है। किसी के दबाव पर ध्यान न दें, बल्कि खुद पर भरोसा करें। परीक्षा की टेंशन ना लें। परीक्षा के डर को साथ लेकर चलें और डर को हमेशा ऑल इज वेल कहें। इससे डर खत्म होगा। यह सलाह जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्र प्रताप ¨सह ने बोर्ड परीक्षार्थियों को दी।
डीआइओएस ने छात्र-छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि तनावमुक्त परीक्षा को लेकर अक्सर ऐसा होता है कि जब परीक्षा नजदीक आती है, तो परीक्षार्थियों में डर बढ़ने लगता है। जब ऐसा हो तो उसे एक फर्मूला से जोड़ें। जब दिन कम हो तो घंटा की गिनती करें। जब घंटा बचे तो मिनट की गिनती करें। इससे परीक्षा की समय सीमा को लेकर डर नहीं लगेगा। परीक्षा में टेंशन जरूरी है। क्योंकि इस समय आपके मन में प्रश्न उठ रहे होते हैं। उस प्रश्न के उत्तर ढूंढ़ने का उपाय करें, ना कि उसे डर बनाकर उससे दूर भागें। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार करें, जिससे वो आपके ऊपर भरोसा करें। परीक्षा में अंक पर नहीं बल्कि बच्चों के ज्ञान पर फोकस करें। अभिभावक करें हर बात साझा
डीआइओएस ने परीक्षार्थियों को बातें साझा करने की भी सलाह दी। उन्होंने बताया कि हर दो घंटे पर पढ़ाई को ब्रेक दें। इस दौरान जो भी डर या पढ़ाई का टेंशन हो, उसे अभिभावक या अपने नजदीक से जरूर साझा करें। इससे आपको खुद पर विश्वास आयेगा। साथ की टेंशन भी दूर होगी।
पढ़ाई से करें प्यार
कई छात्रों ने पढ़ने के बाद भूल जाने की शिकायत की। इस पर उन्होंने कहा कि याद करने और उसे भूलना एक नॉर्मल प्रक्रिया है। यह दो तरह से होता है। एक हम तुरंत भूल जाते हैं। एक कई दिनों तक याद रहता है। लेकिन हम जिसे प्यार करते है वो हमेशा याद रहता है। इस कारण पढ़ाई से प्यार करें, कभी नहीं भूलेंगे। अभिभावक इसका रखें ध्यान
- बच्चों की बात को सुनें। वो क्या कहना चाहते हैं, उस पर ध्यान दें
- शब्दों पर नहीं बल्कि उनके फि¨लग्स को समझें
- अपनी उम्मीदें बच्चों पर ना डालें। बस उनके साथ रहें