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सपनों का महल दिलाएगा अब आवास प्लस एप

जागरण संवाददाता, औरैया: आवासों की आस छोड़ चुके लोगों को अब आवास प्लस एप पक्की छत दिलाएगा

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 04:57 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 04:57 PM (IST)
सपनों का महल दिलाएगा अब आवास प्लस एप
सपनों का महल दिलाएगा अब आवास प्लस एप

जागरण संवाददाता, औरैया: आवासों की आस छोड़ चुके लोगों को अब आवास प्लस एप पक्की छत दिलाएगा। उनके सपनों का आवास दिलाए जाने को सरकार ने आवास प्लस एप लांच किया है। जिस पर जिले में काम किया जा रहा है। इसके तहत 2011 में छूटे लभार्थियों के ख्वाबों को पूरा किया जाएगा। इस बार सूची के माध्यम से नहीं बल्कि ऑनलाइन उनका चयन किया जाएगा।

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इस योजना को लेकर विभाग ने काम भी शुरू कर दिया है। साथ ही इसको लेकर विभाग के द्वारा एक विशेष टीम भी बना ली गई। जो गांव-गांव जाकर सर्वे कर रही है। इस दौरान खुले व कच्चे मकान में रह रहे लोगों की जानकारी करके उनका डाटा एप के माध्यम से आनलाइन फी¨डग की जाएगी। दरअसल सरकार हर उस व्यक्ति को पक्की छत मुहैया कराना चाहती है, जो उसका हकदार है। सरकार ने योजना अपात्रों तक किसी भी सूरत में न पहुंचे इसके लिए बहुत कुछ बदलाव भी किये हैं। लेकिन अधिकारी व प्रधान की मिली भगत के चलते बहुतों तक योजना नहीं पहुंच सकी। इसके अलावा जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार तक रुपये मांगने की शिकायत पहुंची। जिसके बाद योजना को पारदर्शी बनाने के लिए इस एप को सरकार ने लांच किया है। होगी जियो टै¨गग

इस योजना के लिये गठित की गई टीम के हाथों में एक स्मार्ट फोन होगा। जो गांव-गांव जाकर आवास से वंचित लोगों की पड़ताल करेंगे। वंचित व्यक्ति मिलने पर उसका नाम, पता, मोबाइल नं. एप पर फीड करेंगे। जो भारत सरकार की वेबसाइट पर सीधे दर्ज हो जायेगी। इस योजना में नाम काटने, सुविधा शुल्क जैसे आरोप भी नही लगेंगे। आवास बनने वाले स्थान की फोटो भी खींच कर जियो टै¨गग की जाएगी।

यह की गई है व्यवस्था

इस एप के आने के बाद जिले में तेजी से काम चल रहा है। ब्लाक स्तर पर टीमें लगा दी गईं हैं। इसमें पारदर्शिता को लेकर खंड विकास अधिकारी ने ईमानदार साफ छवि के कर्मियों को टीम में शामिल किया है। गठित की गई टीम में प्रमुख रूप से ग्राम विकास अधिकारी, रोजगार प्रेरक, टेक्निकल असिस्टेंट लगाए गए हैं। जो 2011 में छूटे लभार्थियों की पड़ताल में जुट गये हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

एप के लांच होने के बाद जिले के विकास खण्ड स्तर पर निर्देश भेजे जा चुके हैं। लगातार योजना पर काम किया जा रहा है। जिसके तहत उम्मीद खो चुके लोगों को आवास मिलेगा। जीपी गौतम, परियोजना निदेशक


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