विवादित भूमि को लेकर पथराव, पुलिस के सामने फूंकी झोपड़ी
संवाद सहयोगी बिधूना (औरैया) विवादित भूमि पर निर्माण को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। निमा
संवाद सहयोगी, बिधूना (औरैया): विवादित भूमि पर निर्माण को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। निर्माण करा रहे लोगों ने हंगामा किया तो पथराव शुरू हो गया। इसी बीच पहुंची पुलिस के सामने ही किसी ने झोपड़ी में आग लगा दी। बिधूना मार्ग पर जाम लगा रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। दमकल की गाड़ी ने झोपड़ी में लगी आग बुझाई। पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए पीड़ित को ही शांति भंग में चालान कर दिया। आरोप है कि दबंगों के आगे पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कीरतपुर निवासी प्रमोद कुमार व सुबोध कुमार पुत्रगण राधेलाल एक जगह पर काबिज हैं। सोमवार दोपहर अछल्दा निवासी राहुल यादव व महेश गुप्ता आदि लोग इस भूमि पर निर्माण के लिए ईट उतरवाने लगे। मना करने पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। पथराव होने पर पुलिस भी पहुंच गई। आरोप है कि पुलिस के सामने ही किसी ने झोपड़ी में आग लगा दी जिससे प्रमोद व सुबोध की गृहस्थी राख हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने पुलिस पर कब्जेदारों से मिले होने का आरोप लगाया और जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। थाना पुलिस ने प्रमोद व सुबोध को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान कर दिया। जीडी में भी दिखाया कि यह लोग निर्माण कार्य में बाधा बन रहे थे। कोतवाल सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि निर्माण करा रहे लोग अदालत से अपने पक्ष में फैसला होने के बाद सफाई करा रहे थे, जिस पर दूसरे पक्ष ने विवाद शुरू कर दिया। हालांकि एसडीएम बिधूना रमापति का कहना है कि मामला अभी दिवानी न्यायालय में विचाराधीन है।
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इसलिए पुलिस पर उठ रहे सवाल
- आखिर किसके आदेश से निर्माण शुरू हुआ, पुलिस भी नहीं जानती
- बिना परगना अधिकारी के जमीन पर काबिज को कैसे हटाया जा रहा था
- बिना मजिस्ट्रेट के आदेश के पुलिस क्यों जमीन पर निर्माण कराने पहुंची
- धारा 151 में दोनों पक्ष का चालान होता है। एक पक्षीय हुई कार्रवाई
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पूरा मामला पता कर रहा हूं, सीओ बिधूना को जांच सौंपी जा रही है। आखिर किसके आदेश से निर्माण हो रहा था यह मूल बात है। इसमें जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
- कमलेश दीक्षित, एएसपी औरैया