टीवी युक्त स्मार्ट क्लास बच्चों को देंगे नया परिवेश
जागरण संवाददाता औरैया निजी विद्यालयों की तरह परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास अभी प्रारंभिक
जागरण संवाददाता, औरैया : निजी विद्यालयों की तरह परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास अभी प्रारंभिक चरण में ही हैं। कुछ विद्यालय अपने विशेष प्रयास से बच्चों के लिए उन्नत तकनीक के साथ बेहतर माहौल देने का प्रयास कर रहे हैं। इनमें से एक चहारदीवारी विहीन विद्यालय है प्राथमिक विद्यालय जैतपुर।
कोविड-19 के आपदा के समय को सफलता में बदलने का प्रण नए सत्र के प्रारंभ से दिखाई देगा। जिसमें अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित स्मार्ट टीवी युक्त क्लास रूम बच्चों को और बेहतर तरीके से सीखने की ललक पैदा करेगा। आज बच्चे टीवी व मोबाइल पर अधिक आकर्षित होते हैं। परिणाम स्वरूप वह इनमें विशेषता भी हासिल कर लेते हैं। ऐसे समय में आवश्यकता है, उनको सही और शैक्षणिक सामग्री को प्रदान करने की। शासन ने यूट्यूब और दीक्षा एप्प के साथ ही रीड एलांग बोलो एप्प बच्चों के पाठ्यक्रम, पठन कौशल को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण तंत्र से जोड़ दिए हैं। साथ ही दूरदर्शन पर भी बच्चों की कक्षाएं संचालित हैं। जिसके परिणाम में बच्चे आनलाइन माध्यम से पुस्तकों का अध्ययन व पढ़ना सीख पा रहे हैं। स्मार्ट क्लास के माध्यम से यह सभी तकनीकि उन बच्चों के लिए बेहद मददगार होगी जो इन संसाधनों से अभी तक वंचित रहे।
साझा होंगे शैक्षणिक मनोरंजक कार्यकम
विद्यालय में आते ही बच्चों को तनाव मुक्त वातावरण से दूर रखने के लिए शैक्षणिक मनोरंजन कार्यक्रमों को साझा किया जाएगा। जिससे बच्चे घर पर टीवी में ज्यादा ध्यान न देकर विद्यालय में शैक्षणिक कार्यक्रमों से जुड़ेंगे। साथ ही विषय वस्तु को भी रोचक तरीके से पढ़ पाएंगे। शासन की सभी पाठ्य पुस्तकों पर अंकित क्यूआर कोड उस पाठ के लिए विकसित किया गया सरल वीडियो बच्चों को सरल तरीके से सीखने का मार्ग प्रशस्त करेगा। साथ ही यूट्यूब आधारित विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को सहज ही सिखाया जा सकेगा।
तिलक लगाकर होगा बच्चों का स्वागत
साज सज्जा युक्त विद्यालय में आने वाले बच्चों का एक मार्च को तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। विद्यालय प्रबंध समिति की ओर से विकसित स्मार्ट क्लास से बच्चों के मन पसंद शिक्षण सामग्री से उनको पुन: नए वातावरण से जोड़ा जाएगा। जिससे लंबे समय तक विद्यालय से दूर रहकर बच्चे मनपसंद वातावरण पाकर पुन: आकर्षित हों व अन्य को भी स्कूल आने को प्रेरित करें।
-ज्ञान प्रकाश, प्रधानाध्यापक
हमारा लक्ष्य है कि हमारी कक्षा और विद्यालय के बच्चे प्रेरणा लक्ष्य से आगे आकर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हों और संस्कारवान नागरिक बनें। बच्चों को नए सत्र में खुशनुमा माहौल में रोचक खेल गतिविधि के साथ कक्षा शिक्षण से जोड़ेंगे।
- सुमन तिवारी, शिक्षिका
बच्चों को हंसी खुशी का माहौल देने के साथ निरक्षर महिला अभिभावकों को साक्षर करने का अभियान निरंतर जारी रहेगा। बच्चों के साथ विद्यालय में लगी फुलवारी से प्रेरित कर नया वातावरण दिया जाएगा।
- फरहत फातमा, शिक्षिका
बच्चों के आगमन को लेकर उत्साहित हूं। बच्चों के लिए सुंदर व आकर्षक तरह से अपने कक्षों को टीएलएम, चार्ट व बालोपयोगी चित्रों से व्यवस्थित किया है। जिससे बच्चों को अपना विद्यालय पहले से और बदला-बदला लगे।
-बेबी, शिक्षिका