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पुलिस ने डाक्टर की तहरीर बदलवा कर दर्ज किया मुकदमा

जागरण संवाददाता, बांदा, फफूंद : डाक्टर की ओर से लूट और मारपीट का मामला बनने से पुलिस

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 05:37 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 05:37 PM (IST)
पुलिस ने डाक्टर की तहरीर बदलवा कर दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने डाक्टर की तहरीर बदलवा कर दर्ज किया मुकदमा

जागरण संवाददाता, बांदा, फफूंद : डाक्टर की ओर से लूट और मारपीट का मामला बनने से पुलिस ने आखिर दूसरे दिन तहरीर बदला ही ली। तहरीर बदलने को लेकर पिटाई करने वालों की ओर से डाक्टर के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज कराने की बात कहकर पुलिस दबाव बनाती रही। जबकि खुद पुलिस ने मौके पर जाकर छानबीन की थी। डाक्टर व चालक को पीटने का मामला होने के बावजूद एक जनप्रतिनिधि के दबाव में आरोपितों की ओर से छेड़खानी दर्ज कराए जाने की बात कहकर पुलिस डाक्टर को डराती रही। जिससे दबाव में आकर आखिर डाक्टर को तहरीर बदलनी पड़ी। जिस पर पुलिस ने साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया है।

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मालूम हो कि दिबियापुर सीएचसी प्रभारी डा. जितेंद्र यादव देर रात केशमपुर जा रहे थे। गाड़ी उनका चालक ¨रकू चला रहा था। तभी फफूंद कस्बे के बाबरपुर मार्ग पर पहले से घात लगाए आधा दर्जन लोगों ने गाड़ी से उतारकर उन्हें रोककर पीटना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने पहुंचकर डाक्टर को तो वहां से निकाल लिया लेकिन चालक को हमलावरों ने कमरे में बंद कर पीटना शुरू कर दिया। बचकर निकले डाक्टर ने पुलिस की मदद ली। तब कहीं जाकर चालक की जान बच सकी। इसके बाद जैसे ही डाक्टर ने तहरीर दी वैसे ही एक जनप्रतिनिधि की शह पर हमलावरों ने भी छेड़खानी की तहरीर पुलिस को थमा दी। बस यहीं से पुलिस का खेल शुरू हो गया। पुलिस को जनप्रतिनिधि का दबाव जहां देखना था वहीं डाक्टर की तहरीर से गंभीर मुकदमे से आरोपियों को भी बचाना था। डाक्टर के सहमत न होने पर छेड़खानी का मामला उनके विरुद्ध दर्ज करने का डर दिखाकर उनकी तहरीर ही बदलवा दी। बदली तहरीर पर पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। अवैध क्लीनिक में छापेमारी का है मामला

सीएचसी प्रभारी ने कुछ दिन पूर्व एक अवैध क्लीनिक को पकड़ा था। क्लीनिक संचालक को उक्त जनप्रतिनिधि की शह मिली हुई है। इसी के चलते डाक्टर को घात लगाकर रोका गया। उसके बाद हमलावरों ने पिटाई भी की। पीड़ित होने के बावजूद दूसरे पक्ष से जनप्रतिनिधि का दबाव होने से आखिरकार डाक्टर को अपनी तहरीर बदलनी पड़ी। हालांकि दूसरी तहरीर में भी डाक्टर ने क्लीनिक संचालक की बात लिखी है। दूसरे दिन दर्ज हुआ मुकदमा

शनिवार को फफूंद थाने में दिबियापुर के डा. जितेंद्र यादव ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि शुक्रवार की शाम लगभग 7 बजे अपनी गाड़ी से ड्राइवर रिन्कू राजपूत पुत्र स्व. हाशिम ¨सह राजपूत निवासी पचावली इटावा के साथ अपने डॉट्स सेंटर केशमपुर पसई पुर जा रहा था। जैसे ही डाक्टर की गाड़ी फफूंद कस्बा के अछल्दा चौराहे के पास पहुंची तभी प्रीती क्लीनिक के संचालक राजेश राजपूत व उनके परिजनों ने गाड़ी रुकवा ली और जबरदस्ती दरवाजा खोलकर गाली गलौज करना शुरू कर दिया। जब ड्राइवर ने मना किया तो संचालक कार की चाबी निकाल कर ड्राइवर को मारने पीटने लगे और डाक्टर को भी गाली गलौज देने लगे साथ ही मारपीट की। उन्होंने इस घटना की सूचना सीओ अजीतमल, सीएमओ व एसपी को तत्काल दी। बताया कि लगभग डेढ़ महीना पहले प्रीती क्लीनिक में छापा मारा था। जिसमे मेरे साथ थानाध्यक्ष फफूंद भी शामिल थे। उसी रंजिश में मारपीट की है।


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