Move to Jagran APP

अच्छी उपज के लिए समय से करें जुताई-बुआई

जागरण संवाददाता, औरैया: रबी की फसल में मुख्य खेती सरसों की मानी जाती है। सरसों की खेती जि

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 11:35 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 11:35 PM (IST)
अच्छी उपज के लिए समय से करें जुताई-बुआई
अच्छी उपज के लिए समय से करें जुताई-बुआई

जागरण संवाददाता, औरैया: रबी की फसल में मुख्य खेती सरसों की मानी जाती है। सरसों की खेती जिले में 16061 हेक्टेअर पर की जानी है। सरकार द्वारा तय किए गए लक्ष्य को लेकर कृषि विभाग किसानों को लगातार जागरूक कर रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो सरसों की बुआई का यह अच्छा समय है। जिले के किसान बीज के लिए पास के राजकीय कृषि बीज भंडार में जाकर बीज ले सकते हैं। जिले के सभी राजकीय बीज भंडार व गोदामों पर सरसों का गुणवत्तायुक्त बीज उपलब्ध है। इनसेट

loksabha election banner

कैसे करें खेत तैयार

सरसों के खेत की पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करने के बाद पाटा लगाकर खेत को भुरभुरा बना लेना चाहिए। इसके अलावा खेत को पलेवा करके तैयार किया जा सकता है। ट्रैक्टर चालित रोटावेटर से एक ही बार में अच्छी तैयारी की जा सकती है। इनसेट

ऐसे करें ¨सचाई व बुआई

जिले में सरसों की बुआई अक्टूबर के पहले पखवारे में अच्छी मानी जाती है। बुआई देशी हल के पीछे उथले कुंडों में 45 सेंटीमीटर की दूरी पर करना चाहिए । बुआई के बाद बीज ढकने के लिए हल्का पाटा लगा देना चाहिए। सरसों नमी की कमी के प्रति फूल आने के समय तथा दाना भरने की अवस्थाओं में विशेष संवेदनशील होती है। अच्छी उपज पैदा करने के लिए ¨सचाई बेहद जरूरी है। खेत मे उर्वरक का प्रयोग भारी मात्रा में किया गया और मिट्टी हल्की हो तो अधिकतम उपज के लिए दो ¨सचाई बेहद जरूरी हैं। पहली ¨सचाई बुआई के 30 से 35 दिन बाद तथा दूसरी ¨सचाई वर्षा न होने पर 55 से 60 दिन बाद करें। इनसेट

बुआई के 15 से 20 दिन बाद करें निराई-गुड़ाई

सरसों की बुआई के 20 दिन के अंदर घने पौधों को निकालकर उनकी आपस में दूरी 15 सेमी कर देना बेहद जरूरी है। खेत में होने वाले खरपतवार नष्ट करने के लिए ¨सचाई के पहले एक बार निराई व गुड़ाई करना जरूरी है। इसके बाद दूसरी बार ¨सचाई के बाद करनी चाहिए। फ्लूक्लेरेलिन प्रयोग करने से खेत मे खरपतवार नहीं होते

सरसों की बुआई के पहले फ्लूक्लेरेलिन 45 ईसी को 2.2 लीटर/800-1000 लीटर पानी मे घोलकर प्रति हेक्टेअर की दर से छिड़काव कराकर हैरो चलाकर मिट्टी में मिला देना चाहिए। इसके अलावा पैंडीमेथलीन 3.3 लीटर का भी प्रयोग बुआई के दो या तीन दिन के अंदर करना चाहिए। इनसेट

नियंत्रण के उपाय

- गर्मी में गहरी जुताई करनी चाहिए

- संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए

- आरा मक्खी की सूड़ियों को सुबह के समय इकट्ठा कर नष्ट कर देना चाहिए

- शुरुआती दौर में झुंड में पाई जाने वाली बालदार सूड़ियां पत्तियों को तोड़कर नष्ट कर देना चाहिए

- माहू से प्रभावित फूलों, फलियों एवं शाखाओं को तोड़कर नष्ट कर देना चाहिए क्या कहते हैं जिम्मेदार

सरसों की खेती के लिए गुणवत्तायुक्त बीज का प्रयोग करें, जो राजकीय बीज भंडारों पर उपलब्ध है। इसके अलावा समय पर खेत में ¨सचाई सहित निराई गुड़ाई करते रहना चाहिए। जिससे उपज अच्छी हो सके।- आवेश कुमार ¨सह, जिला कृषि अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.