निर्जला एकादशी पर राहगीरों को पिलाया शर्बत
संवाद सहयोगी अजीतमल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष को होने वाली एकादशी पर लोगों ने निर्जला व्रत र
संवाद सहयोगी, अजीतमल : ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष को होने वाली एकादशी पर लोगों ने निर्जला व्रत रखकर राहगीरों को शर्बत पिलाया। इस कार्य में बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वर्ष भर में 24 बार एकादशी होती है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष को होने वाली एकादशी को निर्जला व्रत रखा जाता है। जिसमें भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। लोग इस दिन मीठा जल पिलाकर सुख सौभाग्य की कामना करते हैं। भौतिक मान्यता के अनुसार इन दिनों गर्मी चरम पर होती है। इसलिए लोग प्याऊ और शर्बत पिलाकर लोगों को राहत देने का काम करते हैं। ऐसा करने से लोगों को जल की महत्ता का बोध होता है और लोग जल को बर्वाद न करने का संकल्प लेते हैं। कहते हैं कि निर्जला व्रत से लोगों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता आती है। साथ ही ठंडा पानी, शर्बत पिलाने से इसके संरक्षण व सदुपयोग का भी संदेश लोगों में पहुंचाता है।