देशी उत्पाद दे रहे ड्रैगन के सामान को मात
जागरण संवाददाता औरैया पिछले कई साल से दिवाली के दौरान बाजारों में चीन के उत्पादों का
जागरण संवाददाता, औरैया: पिछले कई साल से दिवाली के दौरान बाजारों में चीन के उत्पादों का जलवा कायम है। लेकिन इस बार लोग मेड इन इंडिया की अधिक खरीदारी में रुचि ले रहे हैं। जानकारों के अनुसार बाजार में इस समय 80 फीसद स्वदेशी उत्पाद बिक रहे हैं।
दीपोत्सव के त्यौहार की तैयारियों के लिए लोग घरों को सजाने के लिए झालर, झूमर, बल्ब, लक्ष्मी गणेश, राम दरबार, हनुमान, ब्रम्हा विष्णु महेश, दुर्गा व मां सरस्वती की प्रतिमाओं की खरीदारी कर रहे हैं। लॉफिग बुद्धा की भी खूब मांग है। विभिन्न प्रकार के लॉफिग बुद्दा बाजार में 200 से 2000 तक की कीमत में उपलब्ध हैं। सदर बाजार औरैया के मूर्ति और साज सज्जा का व्यापार करने वाले रोहित अग्रवाल कहते हैं कि बाजार से इस बार चीनी आइटम गायब हैं। बाजार ने तेजी के साथ मेड इन इंडिया उत्पादों को अपनाया है। व्यापारी अनूप गुप्ता कहते हैं कि चीन के सामान के बहिष्कार का असर इस बार मूर्तियों के बाजार में दिख रहा है। मेरठ और दिल्ली से बनी मूर्तियां ज्यादातर व्यापारी बेच रहे हैं। भारत में बनाई गई मूर्तियां चीनी बाजार की मूर्तियों से काफी टिकाऊ व मजबूत हैं। इसके पहले तक देवी देवताओं की मूर्तियों में ड्रैगन ने अपना कब्जा जमा रखा था। धीरे-धीरे लोगों का चीनी उत्पादों से मोहभंग हो रहा है।
डिजाइनर दीपकों की अधिक मांग
सोशल मीडिया के स्वदेशी अपनाने के संदेश का भी बाजार में असर दिखाई दे रहा है। लोग फिर से मिट्टी के दीपकों की तरफ लौट रहे हैं। इस बार आकर्षक डिजाइन वाले दीपक लोगों को खूब भा रहे हैं। इनकी कीमत 10 से 50 रुपये तक है। पूजा की थाल के रूप में मिट्टी के डिजाइनर बर्तन भी उपलब्ध हैं।