पुराने मुंसिफी भवन में स्थानांतिरत हो आयुर्वेद चिकित्सालय
संवाद सहयोगी, बिधूना : राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय गूरा स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित किए जा
संवाद सहयोगी, बिधूना : राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय गूरा स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित किए जाने से नगर एवं क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। नगर एवं क्षेत्र की जनता ने एसडीएम आवास के पास रिक्त हुए मुंसिफ न्यायालय भवन या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित किए जाने की मांग की है।
राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय प्राइवेट भवनों में स्थानांतरित किए जाने का शासनादेश जारी किया गया है। इसी के तहत सीएमओ अवधेश कुमार राय ने आयुर्वेद चिकित्सालय का स्थानांतरण गूरा स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया है। इससे नगर के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। समाजसेवी डा. विश्वनाथ सक्सेना ने बताया कि नगर की आबादी करीब 50 हजार है। आसपास के भी कई दर्जन गांवों की जनता को लाभ मिल रहा था। कहा कि गूरा का स्वास्थ्य केंद्र बिधूना से 12 किमी दूरी पर है। ऐसी स्थिति में नगर एवं क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। दिनेश ¨सह कुश्वाह ने कहा कि नगर के सीएचसी में पर्याप्त जगह है। जबकि अभी हाल में मुंसिफ न्यायालय भवन रिक्त हुआ है। उन्होंने कहा कि शासन या अधिकारी चाहें तो इस भवन का उपयोग आयुर्वेद चिकित्सा भवन के लिए कर सकते हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्याम ¨सह पाल, मुकेश कुमार गुप्त, राजेश प्रताप ¨सह, अजय अग्निहोत्री एडवोकेट, राजेंद्र ¨सह भदौरिया, आरके पांडेय आदि क्षेत्र के लोगों ने राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय अन्यत्र स्थानांतरित न किए जाने की मांग की है। लोगों ने अस्पताल के स्थानांतरण पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
अजीतमल वासियों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कमरा नंबर सात में राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय संचालित होता था। इसमें प्रतिदिन करीब आधा सैकड़ा मरीज अपना इलाज कराने आते हैं, लेकिन तीन दिन से चिकित्सालय बंद चल रहा है। जानकारी करने पर पता कि चिकित्सालय को कहीं अन्य भेजा जा रहा है। इसकी खबर पाकर क्षेत्र के लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए चिकित्सालय को सीएचसी में ही संचालित करने की मांग करते हुए जिलाधिकारी को हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन भेजा है। इसमें उन्होंने चिकित्सालय को सीएचसी परिसर में ही संचालित करने की मांग की है। सीएचसी अधीक्षक डा. विमल ने बताया कि उनके यहां सीएचसी परिसर के कमरा नंबर सात में होम्योपैथिक चिकित्सालय संचालित था, लेकिन तीन दिनों से चिकित्सालय बंद है। अन्य जगह जाने के बारे में अभी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।