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एक को सजा, दूसरे पर मेहरबानी, तीसरे में जांच तक नहीं

जागरण संवाददाता औरैया जनपद में डीपीआरओ की कुर्सी काफी समय से विवादित हो गई है। एक द

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 10:53 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 06:06 AM (IST)
एक को सजा, दूसरे पर मेहरबानी, तीसरे में जांच तक नहीं
एक को सजा, दूसरे पर मेहरबानी, तीसरे में जांच तक नहीं

जागरण संवाददाता, औरैया: जनपद में डीपीआरओ की कुर्सी काफी समय से विवादित हो गई है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। खैर कुछ भी हो, लेकिन इससे भ्रष्टाचार के नए-नए मामले खुलकर सामने आ रहे हैं। करोड़ों रुपये के हेरफेर के एक मामले में पूर्व डीपीआरओ पर गाज गिरी। एक अन्य मामले में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए पूर्व डीपीआरओ को नई तैनाती दे दी गई है। एक नए मामले में वर्तमान डीपीआरओ पर भी धन गबन का आरोप है। फिलहाल इस मामले की अभी तक जांच शुरू नहीं हुई है।

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केस- वन

पूर्व डीपीआरओ केके अवस्थी 28 अक्टूबर 2016 से 27 अगस्त 2018 तक डीपीआरओ की कुर्सी पर रहे। आरोप है कि उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत पंचायतों को अधिक धनराशि भेज दी थी। इसके अभी भी 4.61 करोड़ रुपये फंसे हैं। इस मामले में निदेशक किजल सिंह ने 14 जुलाई को उन्हें निलंबित कर दिया गया। उन्हें नई तैनाती नहीं मिली है। केस- दो

इसी प्रकार पूर्व डीपीआरओ कमल किशोर 28 अगस्त 2018 से 11 जनवरी 2019 तक डीपीआरओ के पद पर जनपद में तैनात रहे। उनको 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने उनके घर से रंगे हाथों पकड़ा था। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। कोर्ट में अभी मामला चल रहा है। इसके बावजूद उनको कानपुर नगर का डीपीआरओ बना दिया गया है। जबकि उनकी रैंक के कई स्वच्छ छवि के अधिकारियों को यह मौका नहीं दिया गया। केस- तीन

ताजा मामला वर्तमान डीपीआरओ राजेश चौरसिया के समय का है। इसमें रोक के बावजूद थर्मल स्कैनर व ऑक्सीमीटर की खरीद मनमाने तरीके से की गई है। बाजार में बिना ब्रांड के थर्मल स्कैनर करीब 1200 रुपये में उपलब्ध हैं, लेकिन पंचायतों से थर्मल स्कैनर व ऑक्सीमीटर के एक सैट का भुगतान 6400 रुपये कराया गया है। यह बाजार मूल्य से करीब तीन गुना है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इसमें करीब 30 लाख रुपये का गोलमाल हुआ है। इस मामले की अभी तक जांच भी शुरू नहीं हुई है। वर्जन-

दोनों के मामले जो भी कार्रवाई हुई वह शासन स्तर से की गई है। कमल किशोर को शासन स्तर से कानपुर के नए डीपीआरओ का चार्ज मिला है। थर्मल स्कैनर व ऑक्सीमीटर की खरीद में गोलमाल के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। आदेश मिलते ही मामले की जांच कराई जाएगी।

एके शाही, उप निदेशक पंचायती राज, कानपुर मंडल


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