अब तक नहीं हुआ मछली पकड़ने का टेंडर
संवाद सूत्र, ककोर: जनपद से निकलने वाली यमुना नदी में वर्ष 2018-19 के लिए होने वाली मछली पकड़न
संवाद सूत्र, ककोर: जनपद से निकलने वाली यमुना नदी में वर्ष 2018-19 के लिए होने वाली मछली पकड़ने की ई टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। जिसके चलते विभाग लाखों रुपये के घाटे में चल रहा है। विभाग द्वारा अभी तक एक ही टेंडर कराया जा सका है जबकि दो घाटों की ई टेंड¨रग अभी बाकी है। जिसके लिए अभी तक टेंडर नहीं पड़ सका है।
यमुना नदी में मछली पकड़ने के लिए प्रतिवर्ष तीन घाटों की नीलामी की जाती रही है। जिसमें वर्ष 2017-18 में पचनद सेंचुरी से लेकर मढ़नई तक जिले की सीमा में एक करोड़ 33 लाख रुपए का ठेका पास हुआ था। वहीं वर्ष 2018-19 के लिए ई टेंड¨रग की व्यवस्था की गई जिसमें टेंडर प्रक्रिया के लिए सिक्योरिटी के बाद एक चौथाई रकम जमा करनी होगी। डीएलआरसी द्वारा पचनद सेंचुरी सीमा से 250 मीटर छोड़कर वीजलपुर तक श्याम बाबू के नाम एक करोड़ 28 लाख का टेंडर पास किया गया। वहीं बाकी बचे शेरगढ़ यमुना नदी पुल से मढ़नई तक जिले की अंतिम सीमा और बीजलपुर से शेरगढ़ घाट यमुना नदी पुल तक के लिए पांच माह बीत जाने के बाद भी किसी के द्वारा मछली पकड़ने के लिए टेंडर नहीं डाला गया है। जिससे विभाग पिछले वर्ष के सापेक्ष पांच लाख रुपए के घाटे में चल रहा है। वहीं इस बार यह रकम बढ़ने से लाभ की उम्मीद की जा रही थी। इस सम्बन्ध में विभाग के ही राजेश कुमार ने बताया कि कार्यवाही चल रही है। अब ई टेंड¨रग व्यवस्था के द्वारा ही ठेके होंगे जिसके लिए शीघ्र ही तारीख घोषित कर ठेके उठाए जाएंगे।