मनरेगा में हर हाथ को नही मिल रहा काम, पलायन शुरू
जागरण संवाददाता औरैया मनरेगा आई घर घर खुशहाली लाई। मनरेगा के कार्ड में लिखी यह ल
जागरण संवाददाता, औरैया: मनरेगा आई घर घर खुशहाली लाई। मनरेगा के कार्ड में लिखी यह लाइनें अब शासन-प्रशासन को मुंह चिढ़ा रही हैं। अब इसमें मांगने पर भी हर हाथ को काम नहीं मिल रहा। मजबूरन मजदूरी के लिए ग्रामीणों को पलायन करना पड़ रहा है। चालू सत्र में अभी तक महज चार परिवारों को ही 100 दिन का काम मिल सका। बीते वित्तीय वर्ष में 169 परिवारों को 100 दिन का रोजगार मिला था। दिबियापुर में सुबह से ही मजदूरों की मंडी लग जाती है। काम की तलाश में ग्रामीण भटक रहे हैं। सात में से पांच ब्लॉक में हालात बहुत बदतर हैं।
जिले में मनरेगा की हालत खराब है। यह योजना अब गांवों से पलायन नहीं रोक पा रही है। कई काम अभी भी सुस्त पड़े हैं। 100 दिन की गारंटी देने वाली मनरेगा का हाल देखिए बीते वित्तीय वर्ष में सिर्फ 169 परिवारों को ही 100 दिन का काम मिला था। मनरेगा में काम मांगने पर भी बहुत से लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है। बीते वित्तीय वर्ष में बिधूना और अछल्दा ब्लॉक की हालत इतनी खराब थी कि वह महज तीन परिवारों को ही सौ दिन का काम दे सका। औरैया ब्लॉक में मनरेगा की चाल तेज दिखी। यहां पर 92 परिवारों को सौ दिन का काम मिला। पूरे जिले में 169 परिवारों को सौ दिन का रोजगार दिया गया। चालू वित्तीय सत्र में सिर्फ चार परिवारों को ही सौ दिन का काम मिल सका। जिसमें औरैया व भाग्यनगर ब्लॉक ने ही सहभागिता दिखाई। अन्य ब्लॉक यह कोरम भी पूरा नहीं कर पाए। बोलते आंकड़े
ब्लॉक 100 दिन काम वाले परिवार
अछल्दा- 0
अजीतमल- 0
औरैया- 1
भाग्यनगर - 3
बिधूना- 0
एरवाकटरा- 0
सहार- 0