ट्रांसफार्मर पर नहीं जाल, विभाग को हादसों का इंतजार
जागरण संवाददाता औरैया जिले के दोनों डिवीजन में शहर व कस्बों में आधा सैकड़ा से अधिक
जागरण संवाददाता, औरैया : जिले के दोनों डिवीजन में शहर व कस्बों में आधा सैकड़ा से अधिक ट्रांसफार्मर सार्वजनिक व भीड़भाड़ वाली जगहों पर रखे हुए हैं। यहां से निकलने वाले लोगों के लिए हमेशा खतरा बना रहता है। गत वर्ष प्रबंध निदेशक ने निरीक्षण के दौरान इस समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन भी दिया था। इसके लिए प्रस्ताव भी भेजा गया था। लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
शहर के मोहल्ला प्रेमानंद आश्रम के पास, कानपुर रोड पर एजेंसी के सामने, जिला अस्पताल के पास, कचहरी रोड, होमगंज व तिलक नगर में स्थापित ट्रिव्यूनल कोर्ट के पास आदि प्रमुख स्थानों पर 250 से 400 केवीए के करीब 38 ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं। जिनकी सुरक्षा के लिए जाल नहीं लगे हैं। सड़क के किनारे व तिराहों चौराहों पर रखे होने, विद्यालयों के छात्रों के आवागमन की वजह से खतरे की ज्यादा संभावनाएं बनी रहती हैं। दूसरी बरसात के मौसम में आसपास घास उग जाने की वजह से जानवर इन तक पहुंचकर घटना का शिकार हो जाते हैं। कई ट्रांसफार्मरों के पास तो कर्मियों ने सफाई करना भी बंद कर दिया है। जहां पर इस कोरोना संक्रमण में कूड़ा एकत्रित है। इसी तरह अजीतमल में 17 व बिधूना, एरवाकटरा, उमरैन, रुरुगंज आदि में 13 ट्रांसफार्मरों पर जाल नहीं है। प्रभारी अधीक्षण अभियंता एसएल अग्निहोत्री का कहना है कि इस्टीमेट बनाकर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आगरा को भेजा जाएगा। प्रस्ताव पास होने पर कार्य कराया जाएगा। बरसात से पूर्व हो जाएगी पेड़ों की छटाई
एसडीओ अजीतमल विनोद शुक्ल ने बताया कि विद्युत लाइनों के पास पड़ने वाले पेड़ों की टहनियों की छटाई का कार्य शट डाउन के समय लाइनमैन व कर्मचारियों से कराया जाता है। जो बराबर चल रहा है। इसके लिए किसी प्रकार का कोई टेंडर आदि नहीं कराया गया है। बरसात शुरू होने से पहले यह कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। इसी तरह एसडीओ बिधूना मुकेश कुमार व सदर जेई विवेक खरे ने भी बताया कि पेड़ों की कटाई व छटाई शट डाउन के समय में कराई जाती है।