अधिक ठंडा व गर्म पानी त्वचा को पहुंचा सकता है नुकसान
संवाद सहयोगी, अजीतमल: बढ़ते हुये प्रदूषण से त्वचा संबंधी रोगों में अधिकता आ रही है। साथ ही
संवाद सहयोगी, अजीतमल: बढ़ते हुये प्रदूषण से त्वचा संबंधी रोगों में अधिकता आ रही है। साथ ही सर्दियों को देखते हुए अधिक गर्म पानी या फिर अधिक ठंडे पानी से स्नान करना त्वचा संबंधी रोगों को उत्पन्न कर सकता है। सर्दी बढ़ते ही अस्पताल में त्वचा संबंधी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ताजा पानी या फिर गुनगुने पानी से नहाने से कई रोगों से बचा सकता है। गर्म कपड़े न पहनने से आम तौर पर न सिर्फ बुजुर्ग व युवा वर्ग भी दम फूलने की शिकायत के बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके लिए सर्दियों में गर्म कपड़े पहनना, आग से तापने या गर्म पानी से नहाने के बाद शीघ्र ही ठंडी जगह में आ जाना भी एक प्रमुख कारण है। गुनगुना व ताजा पानी पीना भी स्वास्थ्य के लिये रामबाण है। इन दिनों गैस्ट्रिक आदि से पेट खराब होना, कब्ज या फिर मुंह में छाले होने की शिकायत के मरीज भी देखने को मिल रहे हैं। यह बेहद जरूरी
विशेषज्ञों की मानें तो खाने के करीब आधा घंटा बाद पानी पीना चाहिए। इस मौसम में सभी को नियमित रहना बेहद जरूरी है। सर्दियों में पानी खूब पिएं। जी मिचलाना, उल्टी होना आदि पानी की कमी से भी हो सकता है। खाना उचित मात्रा में ही खाएं। क्या करें, क्या न करें
- नहाने व पीने में ताजे या गुनगुने पानी का प्रयोग करें
- संतुलित भोजन उचित मात्रा में लें
- इसके लिये फायबर युक्त सलाद, हरी सब्जी, छिलके वाली दालें, चोकरयुक्त आटा का प्रयोग करें
- योगासन व व्यायाम रोजाना बेहद जरूरी है।
क्या कहते है विशेषज्ञ
सर्दियों में कोई भी दिक्कत हो तुरंत होम्योपैथिक अस्पताल में संपर्क करें। यहां पर किसी भी बीमारी के इलाज के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। यह दवाएं नुकसान नहीं करती हैं।-डा. माताप्रसाद, होम्योपैथिक चिकित्सक, सीएचसी अजीतमल