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ट्रक की टक्कर से अधेड़ ने तोड़ा दम, लगाया जाम

संवादसूत्र दिबियापुर (औरैया) दिबियापुर कस्बे में गुरुवार की सुबह नहर पुल के निकट ट्रक

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 11:42 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:16 AM (IST)
ट्रक की टक्कर से अधेड़ ने तोड़ा दम, लगाया जाम
ट्रक की टक्कर से अधेड़ ने तोड़ा दम, लगाया जाम

संवादसूत्र, दिबियापुर (औरैया): दिबियापुर कस्बे में गुरुवार की सुबह नहर पुल के निकट ट्रक ने स्कूटी में टक्कर मार दी। सवार सड़क पर गिर गया और एक पहिया उसके सिर से निकल गया। जिससे अधेड़ की मौत हो गई। पुलिस ने तत्काल शव मौके से हटा दिया। आक्रोशित घरवालों ने दिबियापुर-कन्नौज मार्ग पर जाम लगा दिया। सीओ के समझाने पर एक घंटे बाद जाम खुला। मृतक हेलमेट नहीं लगाए था।

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गांव उमरी निवासी 45 वर्षीय भूपेंद्र उर्फ लल्ला शुक्ला कस्बे के प्रोफेसर डॉ. महेंद्र तिवारी की कार चलाता था। गुरुवार की सुबह वह महेंद्र के बच्चों को स्कूल छोड़ने स्कूटी से गया था। बच्चों को छोड़कर वह वापस आ रहा था। नहर पुल के निकट एक ट्रक ने टक्कर मार दी। जिससे लल्ला सड़क पर गिर गए। ट्रक का पिछला पहिया उनके सिर के ऊपर से निकल गया। इसके चलते मौके पर ही उनकी मौत हो गई। लोगों ने दौड़कर ट्रक चालक को पकड़ लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत शव वहां से हटा दिया। रोते बिलखते परिजन पहुंचे तो शव मौके पर नहीं था। वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। उन्होंने आक्रोशित होकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों की भीड़ बढ़ते देख मौके पर फफूंद व सहायल थाने की भी पुलिस बुला ली गई। सीओ सुरेंद्र कुमार ने मौके पर आकर ग्रामीणों को समझाया तब जाकर वह जाम खुल सका। मृतक अविवाहित था। उसकी भाभी मंजू देवी पत्नी महेंद्र शुक्ला ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। हेलमेट लगाए होता तो शायद बच जाती जान

लल्ला शुक्ला अगर हेलमेट लगाए होता तो शायद उसकी जान बच जाती। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर के बाद युवक सड़क पर गिरा तो सिर पर चोट आने से वह अचेत हो गया। इस दौरान ट्रक के पहिया का थोड़ा सा किस्सा उसके सिर पर चढ़ता गया। अगर वह हेलमेट लगाए होता तो शायद जान बच जाती। नो इंट्री के कारण तेजी से जा रहा था ट्रक

कस्बे में आठ बजे से बड़े वाहनों की नो इंट्री लग जाती है। इस कारण सुबह निकलने वाले ट्रक अक्सर तेज गति से निकलते हैं। उसी समय स्कूली वाहन बच्चों को छोड़ने के लिए निकलते हैं। इस कारण हर समय हादसे का डर रहता है। आज की घटना में भी यही हुआ। नो इंट्री सुबह से ही लागू हो जाए तो दुर्घटनाओं से निजात मिल सकती है।


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