मध्य प्रदेश की कंपनी के कफ सीरप से हुई थी औरैया के बच्चे की मौत, जांच घेरे में सप्लायर
औरैया में मध्य प्रदेश की एक कंपनी के कफ सिरप से एक बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद, दवा सप्लायर को जांच के दायरे में लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग यह प ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, बिधूना(औरैया)। खांसी आने पर बड़ों को दिए जाने वाले कफ सीरप को पीने से 18 माह के बच्चे की मौत के मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग गहनता से कर रहा है। शनिवार को डाक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी कराते हुए शव का पोस्टमार्टम किया गया। वजह स्पष्ट न होने से बिसरा सुरक्षित किया गया है। उधर, जांच के घेरे में सप्लायर को लिया गया है। कफ सीरप बनाने वाली मध्य प्रदेश के इंदौर की कंपनी में भी टीम पहुंचेगी। शुक्रवार को ऐरवाकटरा क्षेत्र में घटना हुई थी। स्वजन ने अपने दो बच्चों को सीरप पिलाया था। इसमें एक की जान चली गई तो दूसरा का उपचार उत्तर
प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में रविवार भी जारी रहा। हालांकि, उसे खतरे से बाहर बताया गया है। रविवार को क्षेत्र के ज्यादातर मेडिकल स्टोरों का शटर गिरा मिला। गांव पटना बेला निवासी सचिन कुमार उर्फ रिंकू पुत्र राधे दिवाकर गुरुवार सुबह पत्नी नेहा व दोनों बेटे 18 माह के रोहन व नौ महीने के सोहन और रिश्तेदार के साथ ऐरवाकटरा के दोवामाफी मंदिर गए थे। जहां सोहन का मुंडन कराने के बाद रिश्तेदार अपने-अपने घर चले गए। सचिन कुछ दूरी पर गांव नगला कहारन में रिश्तेदार के यहां पत्नी व बच्चों के साथ चला गया था।
शुक्रवार सुबह बच्चों को खांसी के साथ उल्टी हुई। जिसके बाद दोनों को घर पर रखे कफ सीरप को पिला दिया गया। जो कि मौसी अपने लिए लाई थी। उन्हें भी खांसी आ रही थी। नेहा ने रोहन को दूध पिलाया और उन्हें सुला दिया। दोपहर तीन बजे तक मासूम सोकर नहीं उठे तो जगाने का प्रयास किया। कोई गतिविधि न देख दोनों को सीएचसी ले गए। चिकित्सक ने रोहन को मृत घोषित कर दिया। वहीं सोहन को नाजुक हालत मे उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई रेफर कर दिया।
स्वास्थ्य केंद्र बिधूना के चिकित्सक डा. प्रदीप सिंह ने बताया कि दोनों बच्चों को स्वजन लेकर आए थे। एक बच्चे की मौत हो चुकी थी। कफ सीरप की डोज अधिक देने व सांस नली में समस्या होने के कारण कहीं न कहीं उसकी मौत हुई। डीएम ने सीएमओ को जांच के निर्देश दिए। शनिवार को सीएमओ डा. सुरेंद्र कुमार सिंह, डा. वीपी शाक्य, सहार थाना प्रभारी रमेश सिंह जांच के लिए पहुंचे। ड्रग इंस्पेक्टर डा. ज्योत्सना भी टीम में शामिल रहीं। बिधूना स्थित गुरु क्लीनिक को सीज कर दिया गया। सीरप को जब्त करते हुए सैंपल जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया।
डा. ज्योत्सना ने बताया कि परीक्षण के बाद ही सीरप के संबंध में कुछ कहा जा सकेगा। उधर, रोहन के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रविवार को शव स्वजन को सौंप दिया गया। सहार थाना के प्रभारी रमेश सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वजह स्पष्ट न होने से बिसरा सुरक्षित किया गया है। वहीं, चिकित्साधिकारियों का कहना है कि कफ सीरप बनाने
वाली कंपनी का पता सुदामानगर इंदौर मध्य प्रदेश है। कंपनी से संपर्क किया जा रहा है। जांच के लिए टीम आज कल में भेजी जाएगी।

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