सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर दर्ज कराएं मुकदमा
संवाद सहयोगी, अजीतमल (औरैया) : जनपद की तीनों तहसीलों में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आ
संवाद सहयोगी, अजीतमल (औरैया) : जनपद की तीनों तहसीलों में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। अजीतमल तहसील में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा शिकायतें सुनकर उनका निस्तारण कराया गया। यहां आई कुल 137 शिकायतों में 11 का मौके पर ही निस्तारण कराया गया। यहां जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिये कि सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराया जाये।
मंगलवार को अजीतमल तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी श्री कान्त मिश्रा और एसपी संजीव त्यागी ने फरियादियों की शिकायतें सुनी। उन्होनें कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में अधितकर शिकायतें ऐसी आई हैं जिसमें आवेदक ने सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिये आवेदन किया है। उन आवेदनों को गंभीरता से लिया जाए और यदि आवेदक उस योजना के लिए पात्र है तो उसे उसका लाभ दिया जाये। सिमार निवासी रामवीर ¨सह पुत्र राम चरन ने पात्र होने के बादी भी केसीसी का ऋण माफ न करने की शिकायत की। नगला सिमार निवासी महेश कुमार व राजेन्द्र ¨सह ने जमीन की पैमाइश कराने के लिये शिकायती पत्र दिया। चिटकापुर में कार्यरत रही सहायक अध्यापिका कृतिका शुक्ला ने शिकायती की है कि उनकी नियुक्ति मध्य प्रदेश में वन विभाग हो गई है। उनका अगस्त माह का रुका हुआ वेतन शिक्षा विभाग नही दे रहा है। उसे दिलाये जाने की मांग की है। शास्त्रीनगर बाबरपुर निवासी शालिनी पत्नी स्व. सतीश अवस्थी ने पति की मृत्यु के बाद पारिवारिक लाभ योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता न मिलने के संबंध में शिकायत की। सेंगनपुर निवासी मंजेश दीक्षित और बरजोर ¨सह ने दबंगों द्वारा कन्या प्राथमिक विघालय की सरकारी भूमि पर कब्जा करने की शिकायत की। दहियापुर निवासी जय नारायण पुत्र महिपाल ¨सह ने आवास दिलाये जाने के लिये दिलाये जाने की शिकायत की। वहीं मलगंवा के ग्रामीणो ने गांव में बनी जर्जर गोशाला को साजिशन दूसरे गांव में ले जाने की शिकायत करते हुये गोशाला को गांव में ही बने रहने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया। अमावता के ग्रामीणों ने शिकायत की कि बाबरपुर प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत हाइवे एनएच 19 से लेकर ग्वालियर हाइवे एनएच 156 तक बनने वाले सड़क मार्ग पर गुणवत्ता विहीन निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। तहसील दिवस में आई कुल 137 में 11 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी विजय प्रताप ¨सह, तहसीलदार प्रेम नारायन प्रजापति, बीएसए एसपी यादव, सीओ लालता प्रसाद शुक्ला, कोतवाल जितेन्द्र कुमार ¨सह रहे।
विद्यालयों का समय बदलने को सौंपा ज्ञापन
अजीतमल : कड़ाके की सर्दी को देखते हुये परिषदीय विद्यालयों का समय बदले जाने के लिये शिक्षक प्रतिनिधियों ने मंगलवार को तहसील दिवस के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री अरविन्द राजपूत व संघ के जिला उपाध्यक्ष दीपक दुबे ने संयुक्त रूप से मंगलवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुये विद्यालय का समय 10 बजे सुबह से 03 बजे अपरान्ह करने का आग्रह किया।
कंबल की राह देखते रहे लाचार
अजीतमल : सम्पूर्ण समाधान दिवस में सैंकड़ों गरीब और असहाय लोगों की भीड़ सुबह से ही तहसील परिसर में जमा हो गई। गरीबों और असहाय लोगों की लाचार बेबस आंखें कम्बल पाने को तरसती रहीं। लेकिन सम्पूर्ण समाधान दिवस से निकले अधिकारियों ने उनकी ओर अपनी निगाहें करना मुनासिब नहीं समझा। राजस्व कर्मी उनको ढांढस बंधाने के लिए एक कागज पर लिखते रहे। जिससे गरीबों की आवाज संपूर्ण समाधान दिवस में बैठे अधिकारियों तक न पहुंचे।
ढाई वर्ष से राशन नहीं दे रहा कोटेदार
जागरण संवाददाता, औरैया : सदर तहसील क्षेत्र के मौजा उमरी के खजुवैया ग्राम निवासी राज कुमारी, आनंदी, राधा देवी, राजरानी सहित दर्जनों महिलाओं ने एडीएम रामसेवक द्विवेदी व एसडीएम सदर राजेंद्र कुमार को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह सभी गरीबी में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ज्यादातर परिवार मजदूरी करके परिजनों का भरण पोषण करते हैं। शासन की नीतियों के अनुसार घर परिवार की गृहणी के नाम राशनकार्ड करीब ढाई वर्ष पहले बन गए थे, लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजा के चहेते लोगों का राशन कार्ड पंचायत सेक्रेटरी व कोटा डीलर द्वारा बनवा दिया गया है। सक्षम लोगों के भी राशनकार्ड बने हैं। इसके जरिए उन्हें पेंशन व शासन की अन्य सुविधाएं दी जा रही है। इसकी आज तक कोई जांच नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों से उनके राशन कार्डों की जांच करवा कर पेंशन व अन्य सुविधाएं दिलाने की मांग की। इस पर एडीएम ने पूर्ति विभाग के कर्मी को बुलाकर संबंधित मामले की जांच करने के लिए कहा। वहीं इस संबंध में डीएसओ अशोक कुमार ¨सह ने बताया कि राशन न मिलने के मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। इस तरह की यदि कहीं समस्या आती है तो मामले की शिकायत सीधे उनसे करें। मामले की जांच करा कर दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।