प्रस्ताव के फेर में लटकी कान्हा गोशाला
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर की सबसे बड़ी समस्या आवारा जानवर बने हुए हैं। इनको आश्रय द
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर की सबसे बड़ी समस्या आवारा जानवर बने हुए हैं। इनको आश्रय देने के लिए छह माह पहले शहर में एक कान्हा गोशाला खोले जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। छह माह बीतने के बाद भी अभी तक प्रस्ताव पास नहीं हुआ है। इसके लिए पालिका प्रशासन की ओर से दो एकड़ भूमि भी चिह्नित की जा चुकी है। प्रस्ताव पास होते ही गोशाला बनाए जाने का काम शुरू हो जाएगा और शहरवासियों को काफी राहत मिलेगी।
शहर के सटे हाईवे पर आवारा जानवरों के झुंड घूमने से अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में यह खेतों में घुसकर खड़ी फसल बर्बाद करते हैं। इनको बंधवाए जाने के लिए शहर के लोगों ने पालिका प्रशासन से गोशाला खुलवाए जाने की मांग की थी। इसके लिए पालिका प्रशासन ने शहर के दयालपुर गांव में दो एकड़ भूमि चिह्नित की थी। इसके लिए पालिका प्रशासन की ओर से कान्हा गोशाला खोले जाने के लिए शासन की ओर से प्रस्ताव भी भेजा गया। छह माह पहले प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन अभी तक प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिल सकी है। जिससे गोशाला खोले जाने की प्रक्रिया थमी हुई है। वहीं एक अन्य स्थान पर भी भूमि चिह्नित की जा रही है। पालिका प्रशासन ने नए साल तक बजट की स्वीकृति मिल जानी की संभावना व्यक्त की है। किसानों को मिलेगी राहत
क्षेत्र के चिरुहुली निवासी रामवीर, निगड़ा निवासी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि आवारा घूम रहे जानवर उनके खेतों में घुस जाते हैं और कई बीघा फसल नष्ट कर देते हैं। उन्होंने कई बार इनको बंधवाए जाने की मांग की लेकिन इस ओर विभागीय अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि गोशाला खुलने से उन्हें काफी राहत मिलेगी। क्या कहते हैं जिम्मेदार :
प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। एक बार रिमाइंडर भी भेजा जा चुका है। नए साल तक बजट आने की संभावना है। इसके बाद शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी। - राधा तिवारी, ईओ