कोरोना की 'परीक्षा' में वैक्सीन का 'पेपर' हल करना अनिवार्य
जागरण संवाददाता औरैया मानव को अपने पूरे जीवन कोई न कोई परीक्षा अवश्य देनी होती है। पिछ
जागरण संवाददाता, औरैया: मानव को अपने पूरे जीवन कोई न कोई परीक्षा अवश्य देनी होती है। पिछले वर्ष से लगातार सभी को कोरोना महामारी की इस 'परीक्षा' से गुजरना पड़ रहा है। हर प्रश्न का जवाब भी हमें बहुत सोच समझकर देना पड़ रहा है। हमारे लिए सहूलियत की बात यह है कि परीक्षा के सभी प्रश्नों के उत्तर हमें समय-समय पर मिल भी रहे हैं। लेकिन, उत्तर पुस्तिका में हम टिक लगाने में निरंतर लापरवाही बरत रहे हैं। जिसने समय पर सही टिक लगा दिए, उसका पास होना भी निश्चित है।
कोरोना की इस परीक्षा में पर्यवेक्षक भी नियुक्त हैं। जो निरंतर निगरानी भी कर रहे हैं। तिथियां भी निर्धारित कर दी गई हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्र भी निर्धारित कर दी गई है। नकल करने की सुविधा भी हमें उपलब्ध कराई गई है। वैक्सीन का पेपर हल करने वाले इसे बहुत सरल होने की बात भी कह रहे हैं। अनिवार्यता को देखते हुए अब नागरिकों में रुझान भी बढ़ रहा है। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इसका आयोजन रोजाना हो रहा है।
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वह वैक्सीन की दोनों डोज लेकर इसे हल कर चुके हैं। इसका परिणाम भी हमारे पक्ष में आ चुका है। अभी तक किसी प्रकार की कोई माइनस मार्किंग भी नहीं दिखाई दी। वह परीक्षा पास कर बेहद खुश भी हैं। हर कोई इसे बहुत आसानी से उत्तीर्ण कर सकता है।
- डॉ. राजेंद्र शुक्ल, निवासी तिलकनगर
कोविड गाइडलाइन का अनुपालन तो हमें आपातकाल तक हमेशा ही करना है। मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग व शारीरिक दूरी बनाए रखकर बचाव किया जा सकता है। साथ ही टीकाकरण को कराना न भूलें। हर किसी का जागरूक होना जरूरी है। -डॉ. कुमकुम पांडेय, चिकित्साधिकारी आयुर्वेदिक अस्पताल