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डिपो की आय लाखों में, शहर के लोगों को एसी बस नसीब नहीं

जागरण संवाददाता औरैया करीब आठ से 10 लाख रुपये प्रतिदिन आय देने वाला रोडवेज डिपो यात्रिय

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 11:04 PM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 06:27 AM (IST)
डिपो की आय लाखों में, शहर के लोगों को एसी बस नसीब नहीं
डिपो की आय लाखों में, शहर के लोगों को एसी बस नसीब नहीं

जागरण संवाददाता, औरैया : करीब आठ से 10 लाख रुपये प्रतिदिन आय देने वाला रोडवेज डिपो यात्रियों को सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रहा है। नगर से सैकड़ों व्यापारी सप्ताह में प्रदेश के बड़े शहरों में अपने व्यवसायिक कार्य के लिए भीषण गर्मी में सफर करते हैं। उन्हें आए दिन परेशानी उठानी पड़ती हैं। अधिक आय देने के बाद भी डिपो में कोई भी एसी बस उपलब्ध नहीं है और न ही यहां पर अन्य जगह से आने वाली एसी बसों का ठहराव है।

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व्यापारी व शहर के लोग एसी बस चाहते है मगर उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। आगरा,कानपुर, दिल्ली, आदि जगह शहर के लोग व व्यापारी यात्रा करते है मगर मजबूरन उन्हें मजबूरन भीषण गर्मी में लू लपट में ही यात्रा करनी पड़ती है।

क्या कहते हैं शहर के लोग

सराफा व्यापारी आनंद गुप्ता का कहना है कि उनके व्यवसाय की मुख्य मंडी आगरा है। उन्हें माह के प्रत्येक रविवार को अपने कार्य के लिए जाना पड़ता है यदि एसी बस की सुविधा डिपो से उपलब्ध हो तो यात्रा सुगम हो सकती है। कपड़ा व्यवयायी अमित बरसइयां बताते हैं कि रविवार को शहर में साप्ताहिक बंदी का दिन है। जबकि आगरा में मार्केट खुला रहता है। यदि सुविधानुसार सुबह एक निश्चित समय से बसें उपलब्ध हो जाएं तो सुरक्षित यात्रा कर वह देर शाम तक वापस आ सकते हैं। किराना के थोक व्यापारी सुनील गुप्ता का कहना है कि आगरा किराना की बहुत बड़ी मंडी है। बंदी के दौरान मार्केट खुला रहने से इस कार्य से जुड़े ज्यादातर लोग सुबह जाकर अपनी खरीदारी का कार्य निपटाते हैं। शहर से एसी बस सुविधा की सख्त जरूरत है। प्रेम नरायन शंखवार एडवोकेट ने कहा कि डिपो में एसी बस व या इसके ठहराव की सख्त जरूरत है। कानपुर, इलाहाबाद, इटावा आदि जनपदों से काफी अधिवक्ता नगर में आते- जाते हैं। इस भीषण गर्मी में एसी बसों से राहत मिलेगी। क्या कहते है जिम्मेदार

एआरएम एसके नागर का कहना है कि डिपो में जगह न होने के कारण एसी बसें नहीं मिल सकी और न ही ठहराव हो सका। इसके लिए उच्चाधिकारियों से बात करेंगे कि कैसे ठहराव हो सकता है।


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