करोड़ों की लागत से बने आवास बदहाली का शिकार
फफूंद(औरैया) : भाग्यनगर विकासखंड में बने करोड़ों रुपये की लागत के आवास बदहाली का शिक
फफूंद(औरैया) : भाग्यनगर विकासखंड में बने करोड़ों रुपये की लागत के आवास बदहाली का शिकार हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते इनकी देखरेख नहीं हो पा रही है। जिससे वह खंडहर में तब्दील होते नजर आ रहे हैं। तत्कालीन डीएम की ओर से घटिया सामग्री का प्रयोग होने पर निर्माण कार्य रूकवा दिया गया था। तब से अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है।
फफूंद देहात के अली कमालपुर मौजा में ककोर मार्ग पर बसपा शासन काल में कांशीराम आवास योजना के तहत बनाये गए आवास कई सालों से अधूरे पड़े हुए हैं। जब से आवासों का निर्माण कार्य रोका गया है। आज तक वह वैसे ही पड़े हैं। निर्माणाधीन आवास में लगे बेश कीमती चौखट, खिड़की, रोशनदान लोगों ने निकाल लिए हैं। देखरेख के अभाव में यह अब खंडहर में तब्दील हो गए हैं। जिस समय फफूंद कोठीपुर मार्ग पर आवासों का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। उस समय गरीब परिवारों के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी कि अब सरकार द्वारा बनवाये गये आवासों में रहने को मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बता दें कि बसपा शासन काल में जिले से लेकर कस्बों तक कांशीराम आवास योजना के तहत आवास बनवाये गये थे। इसी के तहत फफूंद में भी 250 आवासों का निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा था। जिसमें 65 आवासों का निर्माण कार्य पूरा पूर्ण हो चुका था और पानी की टंकी भी बनकर तैयार थी। नगर के समाजसेवियों ने आवासों के निर्माण कार्य में घटिया सामिग्री के प्रयोग की शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी से की थी। उन्होंने जांच के दौरान घटिया सामान प्रयोग करते पाया तो निर्माण कार्य रुकवा दिया था। अब बन गया शराबियों का अड्डा
इन आवासों की देखरेख न होने के कारण अब यह शराबियों के रूकने का अड्डा बन गया है। खास तौर से यहां पर स्मैक पीने वाले अधिकतर देखे जाते हैं। कई बार लोगों ने इनका निर्माण कार्य शुरू कराए जाने की मांग की लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। क्या कहते हैं जिम्मेदार
जल्द ही आवासों को दोबारा बनवाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं जिम्मेदारों की ओर से बरती जा रही लापरवाही की जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - विजय बहादुर, एडीएम