नकली उर्वरक बेचने वालों पर कसा जाएगा शिकंजा
जागरण संवाददाता, औरैया : केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार प
जागरण संवाददाता, औरैया : केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। बीज से लेकर उर्वरक तक पर अनुदान दिया जा रहा है। बावजूद इसके नकली उर्वरक बेचने वाले लोग किसानों को गुमराह कर अपनी जेबें भरने में जुटे हैं। शासन ने ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई के लिए विभाग को निर्देश दिए हैं। जिसके बाद टीम गठित की गई है।
जिले में इन दिनों नकली उर्वरक का धंधा जोरों पर है। इससे जुड़े लोग अच्छी उपज का दावा कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। उधर, शासन द्वारा विभाग के माध्यम से गुणवत्तायुक्त बीज व उर्वरक लेकर खेत में डालने को कहा जा रहा है। जिससे उनकी उपज बढ़ सके। शासन से निर्देश मिलने के बाद नकली उर्वरक के धंधे में लगे लोगों को कृषि विभाग की ओर से चिह्नित किया जा रहा है। टीम गठित कर इन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
सबसे अधिक पोटाश में होती मिलावट
विभागीय अधिकारियों की मानें तो सबसे अधिक मिलावट का खेल पोटास में चलता है। डीएपी में भी मिलावट होती है। इनके विकल्प के रूप में गैरस्तरीय कंपनियों की उर्वरक किसानों को थमा दी जाती है। चार दुकानों पर हुई कार्रवाई
इसी माह दिबियापुर की दो, अटसू व रामगढ़ की एक-एक दुकान में मिली उर्वरक के नमूने को प्रयोगशाला भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में मिलावट मिलने पर इन दुकानों का लाइसेंस निरस्त किया गया है। क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिले में उर्वरक की 544 दुकानें हैं। किसानों को इन्हीं दुकानों से खरीद करने की अपील की जाती है। जिससे न केवल पैदावार बढ़े बल्कि सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान का लाभ मिल सके।
- आवेश कुमार ¨सह, जिला कृषि अधिकारी