होम्योपैथिक अस्पताल तालाबंदी की कगार पर
जागरण संवाददाता औरैया जनपद में स्थित होम्योपैथिक अस्पताल डॉक्टरों व कर्मचारियों की कमी क
जागरण संवाददाता, औरैया : जनपद में स्थित होम्योपैथिक अस्पताल डॉक्टरों व कर्मचारियों की कमी के चलते तालाबंदी की कगार पर पहुंच गए हैं। आलम यह है कि कहीं चतुर्थ श्रेणी कार्य कर रहे हैं तो कहीं फार्मासिस्ट की बदौलत संचालित हो रहे हैं। कुछ जगह आए दिन ताला लटकता रहता है। जिससे मरीजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है और जिला स्तरीय चिकित्सालय तक आना पड़ता है।
होम्योपैथिक अस्पतालों की स्थिति काफी दिनों से बद से बदतर है। इस मामले की रिपोर्ट हर माह शासन को भेजा जाता है। बावजूद इसके अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से दिक्कत हो रही है। सेवा दे रहे अमरेखा पाल को दिबियापुर व हरिश्चंद्र शाक्य को बिधूना में तैनात किया गया है। इसके अलावा जो डॉक्टर हैं। उन्हें जिला अस्पताल में तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी अस्पताल पर चतुर्थश्रेणी कर्मचारी या फार्मासिस्ट रहते हैं।
नौ अस्पताल के लिए दो डॉक्टर
जनपद भर में नौ होम्योपैथिक अस्पताल चल रहे हैं। जहां डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। विभागीय अधिकारियों की माने तो मौजूदा समय में नौ डॉक्टरों की आवश्यकता है। लेकिन इस समय दो डॉक्टर के होने से ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद अस्पताल में सालों से कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा है। शासन ने विभाग के माध्यम से दो प्राइवेट डाक्टरों को लगाया है, जो वहां जाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। निश्शुल्क करना होगा इलाज
कुछ समय पूर्व शासन ने अस्पतालों में चल रही डॉक्टरों की कमी के चलते प्राइवेट डॉक्टरों को निश्शुल्क इलाज के लिए आमंत्रित किया था। इसके बाद इन डॉक्टरों ने शासन से मानदेय की मांग की। लेकिन फिलहाल कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा।
यहां है अस्पताल
- बिधूना
- एरवाकटरा
- बरौनाकला
- अजीतमल
- बिरहूनी
- बगियापुर
- दिबियापुर
- गढिया बक्सीराम
- औरैया
डॉक्टरों की कमी की बात को समय-समय पर शासन स्तर पर अवगत कराया जाता रहता है। अभी हाल ही में रिपोर्ट भेजी गई है। - एसके राहुल, जिला होम्योपैथिक अधिकारी