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गुरुजी को नहीं पता उपराष्ट्रपति व लोस अध्यक्ष का नाम

अंकित शुक्ला औरैया शासन परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की नामांकन संख्या बढ़ाए जाने के स

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 06:20 AM (IST)
गुरुजी को नहीं पता उपराष्ट्रपति व लोस अध्यक्ष का नाम
गुरुजी को नहीं पता उपराष्ट्रपति व लोस अध्यक्ष का नाम

अंकित शुक्ला, औरैया : शासन परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की नामांकन संख्या बढ़ाए जाने के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दे रही है। लेकिन जनपद में संचालित परिषदीय विद्यालयों के गुरुजी ही उनकी मंशा पर पानी फेर रहे हैं। यहां तक इन शिक्षकों को अब बेसिक शिक्षा अधिकारी तक का डर खत्म होता जा रहा है। बीएसए ने गत शिक्षा सत्र प्रारंभ होते ही सभी विद्यालयों में फ्लैक्सी के माध्यम से तैनात शिक्षकों की सूची, मोबाइल नंबर आदि अंकित करने के साथ सभी विद्यालयों में नियमित प्रार्थना कराने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन जागरण की पड़ताल में एक भी विद्यालय में प्रार्थना होना नहीं पाया गया। इसके अलावा बच्चों से पूछे जाने पर एक भी बच्चा प्रार्थना तक नहीं सुना पाया। वहीं सामान्य ज्ञान के आसान से सवालों का जहां बच्चे जवाब नहीं दे पाए। वहीं उन सवालों का जवाब गुरुजी के पास भी नहीं था। एक भी अध्यापक भारत के उपराष्ट्रपति व लोकसभा अध्यक्ष का नाम नहीं बता पाया। सीन- 1 समय: 11.10

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जागरण की टीम सबसे पहले अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय सल्हापुर पहुंची। यहां एक भी बच्चा प्रार्थना नहीं सुना सका। इसके अलावा बच्चों को डीएम, बीएसए का नाम भी नहीं पता था। प्रधानाध्यापक अनुपम सुमन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, प्रदेश के वर्तमान राज्यपाल का नाम नहीं बता सकी। सीन - 2 समय: 11.35

प्राथमिक विद्यालय पूर्वा बले में बच्चों ने बताया कि विद्यालय में रोज प्रार्थना नहीं होती है। यहां भी बच्चे डीएम, बीएसए का नाम नहीं बता पाए। प्रधानाध्यापक शशि प्रभा को हरियाणा की राजधानी, भारत के राष्ट्रपति का नाम नहीं बता पाई। विद्यालय के सहायक अध्यापक कृष्ण गोपाल लोकसभा अध्यक्ष, भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, प्रदेश के मुख्य सचिव आदि का नाम नहीं बता सके। सीन - 3 समय 12.05

प्राथमिक विद्यालय इटहा यहां पर भी बच्चों ने बताया कि विद्यालय में रोजाना प्रार्थना नहीं होती। यहां भी बच्चे डीएम, बीएसए का नाम नहीं बता सके। प्रधानाध्यापक रमेश चंद्र व सहायक अध्यापक अंकिता शुक्ला को केंद्रीय शिक्षामंत्री, लोकसभा अध्यक्ष का नाम तक नहीं मालूम। सीन- 4 समय 12.35

प्राथमिक विद्यालय ककोर बुजुर्ग में प्रधानाध्यापक अनुपस्थित मिले। यहां पर बच्चों को प्रार्थना तक नहीं आती। इसके अलावा कोई भी डीएम, बीएसए का नाम नहीं बता सका। सहायक अध्यापक प्राशी गुप्ता निदेशक बेसिक शिक्षा, लोकसभा अध्यक्ष, सचिव बेसिक शिक्षा का नाम नहीं बता सकी। शिक्षकों में नहीं शासन-प्रशासन का खौफ

शिक्षकों में शासन-प्रशासन का खौफ खत्म हो गया है। बीएसए ने शिक्षा सत्र प्रारंभ होते ही सभी विद्यालयों में फ्लैक्सी के माध्यम से तैनात शिक्षकों की सूची, मोबाइल नंबर आदि अंकित करने व नियमित प्रार्थना कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन जागरण की पड़ताल में एक भी विद्यालय में प्रार्थना होना नहीं पाया गया। शर्म की बात तो यह है कि बच्चों तो बच्चे गुरुजी भी सामान्य ज्ञान में जीरो मिले।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

जनपद में शिक्षा का स्तर गिरने नहीं दिया जाएगा। सामान्य ज्ञान में जीरो अध्यापकों की सूची तैयार कराकर इन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रार्थना न कराने वाले विद्यालयों के अध्यापकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अजा से वह विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। एसपी सिंह, बीएसए


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