जिले में खिलने लगे केसर के फूल
जागरण संवाददाता, औरैया: सब कुछ ठीक ठाक रहा तो केसर की खेती लगे फूल समूचे जिले में खु
जागरण संवाददाता, औरैया: सब कुछ ठीक ठाक रहा तो केसर की खेती लगे फूल समूचे जिले में खुसबू फैलाएंगे। अजीतमल में एक पर्यावरण मित्र के द्वारा कुछ समय पूर्व केसर के पौधे जम्मू-कश्मीर से लाए गए थे। जिसमें कुछ पौधे तो खराब हो गए। लेकिन कुछ पौधों में फूल आने शुरू हो गए हैं। इसके लिए उन्हें जिला उद्यान विभाग की ओर से प्रशिक्षण के साथ-साथ सहयोग भी किया जा रहा है।
जनपद के अजीतमल तहसील में रहने वाले भगवत शरण विश्नोई ने अपने गांव बिरुहुनी में एक बगीचा तैयार किया है। उनके बगीचे में शायद ही कोई पौधा हो जो न हो। मसलन चंदन, रुद्राक्ष, इलाइची, लीची, लोंग, ¨सदूर आदि अनेको प्रकार के पौधे उनकी बगिया को आस पास जिलों में रोशन किए हुए है। बगिया में अगर किसी पौधे की कमी थी तो वह केसर की। वह भी उन्होंने तैयार कर लिया। आलम यह है कि कुछ दिनों पूर्व वह जम्मू-कश्मीर से केसर के पौधे लाए थे। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी उद्यान विभाग को दी। जिसके बाद उन्हें केसर को तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा समय-समय पर उसके बारे में विभाग द्वारा जानकारी भी ली जाती रही। पहले कुछ पौधे खराब हो जाने से वह मायूस भी हुए लेकिन आज उसमें कुछ पौधे फूल देने लगे हैं। जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान व विभाग में खुशी देखने को मिल रही है। जिला उद्यान अधिकारी अनूप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि सरकार से अनुदान मिलने के बाद भी केसर की खेती बहुत महंगी होती है। इन्होंने प्रयोग के मकसद से केसर के कुछ पौधे लगाए थे जो आज फूल देने लगे हैं।