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मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है परिवार नियोजन

-सही समय पर परिवार नियोजन के साधन प्रयोग पर दिया गया जोर जागरण संवाददाताऔरैया परिवार

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 05:38 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 05:38 PM (IST)
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है परिवार नियोजन
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम कर सकता है परिवार नियोजन

-सही समय पर परिवार नियोजन के साधन प्रयोग पर दिया गया जोर

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जागरण संवाददाता,औरैया: परिवार नियोजन के साधनों के बारे में लोगों में जागरूकता लाने और सही समय पर परिवार नियोजन के साधनों के प्रयोग के लिए सोमवार को सीएमओ कायार्लय के सभागार में ब्लॉक भाग्यनगर और अजीतमल के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स व एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण दे रही मास्टर ट्रेनर डा. निशा वर्मा, स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी, अजीतमल ने बताया कि यदि समाज परिवार नियोजन के साधनों को सही समय पर अपनाता है तो मातृ मृत्यु दर में 30 प्रतिशत और शिशु मृत्यु दर में 10 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकती है। प्रदेश में मातृ मृत्यु दर 197 प्रति एक लाख जीवित जन्म यानि 12,000 महिलाएं हर वर्ष गर्भावस्था के कारणों से मर जाती हैं। परिवार नियोजन के साधनों का सही समय पर प्रयोग इनमें से 3600 महिलाओं को बचा जा सकता है। इसी तरह परिवार नियोजन साधनों के सही समय प्रयोग से शिशु मृत्यु दर में भी 10 प्रतिशत की कमी लाई जा सकती है। इसी उद्देश्य के साथ सभी को प्रशिक्षण दिया गया। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ संजय यादव ने बताया कि सर्विस प्रोवाइडर को महिला और शिशु मृत्यु को रोकने के लिए परिवार नियोजन से संबन्धित तीन संदेशों के बारे में दंपतियों को जानकारी देनी है। जिसमें कोई भी महिला 20 वर्ष के बाद ही गर्भधारण करे, दो बच्चों के बीच 3 साल का अंतर हो, व गर्भपात हुआ है तो उसके छह माह तक दोबारा गर्भधारण न हो।


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