नंबर आने के बाद भी भटक रहे किसान, समय से नहीं हो रही तौल
संवाद सहयोगी अजीतमल सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसान धान खरीद केंद्र के चक्कर लग
संवाद सहयोगी, अजीतमल : सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसान धान खरीद केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं। टोकन व्यवस्था होने के बावजूद किसानों के धान समय से नहीं तौले जा रहे हैं। किसानों को धान रखने की जगह तथा वारदाना न होने का हवाला दिया जा रहा है।
उपमंडी समिति बाबरपुर में नेफड एवं खाद्य एवं रसद विभाग के लगे धान खरीद केंद्रों पर किसानों के टोकन मिलने के बाद भी समय से धान की तौल नहीं हो पा रही है। टोकन में दिए समय से एक दो दिन बाद ही किसानों के धान बिक पा रहे है। जिससे किसानो का समय और पैसा दोनों बर्वाद हो रहे हैं। धान खरीद केंद्र पर बने गोदाम फुल है, जिनको वेयर हाउस भेजने की व्यवस्था सही न हो पाने के चलते धान रखने की जगह की कमी तथा वारदाना की कमी का हवाला देते हुए केंद्र प्रभारी किसानों को एक-दो दिन का समय आगे बढ़ा देते हैं, जिससे किसानों पर जहां ट्रैक्टर का अतिरिक्त भाड़ा लगता है, वहीं केंद्र पर पहुंच गए धान को रखाने में समय बर्वाद हो रहा है। केंद्र पर मौजूद किसानों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनका नंबर दो दिन पहले आ चुका है, लेकिन जगह व वारदाना की कमी के चलते वह दो दिनों से केंद्र के बाहर ही ट्रैक्टर खड़ा किए हैं। तोल तो बराबर हो रही है, लेकिन गोदाम से माल न उठने के चलते केन्द्र पर तौल के लिए जगह ही नहीं बचती है। खाद्य एवं रसद विभाग के केन्द्र प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि प्रतिदिन तौल हो रही है। प्रतिदिन करीब चार या पांच किसानों के धान तौला जा रहा है। 75 किसानों से 5500 क्विटल धान खरीदा जा चुका है।