Move to Jagran APP

कानून की पढ़ाई के साथ जल संरक्षण की भी शिक्षा

जागरण संवाददाता औरैया विद्यालयों को भी एक मंदिर की संज्ञा दी जाती है। उसकी वजह है कि दे

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 11:28 PM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 11:28 PM (IST)
कानून की पढ़ाई के साथ जल संरक्षण की भी शिक्षा
कानून की पढ़ाई के साथ जल संरक्षण की भी शिक्षा

जागरण संवाददाता, औरैया: विद्यालयों को भी एक मंदिर की संज्ञा दी जाती है। उसकी वजह है कि देवी देवताओं के मंदिर में पहुंचकर हमें भक्ति व साधना का वरदान मिलता है तो शिक्षा के मंदिर से अनेकानेक जानकारी व प्रकृति की धरोहर को सहेजने की सीख भी मिलती है। विद्यालय से हमें पंचतत्वों को संरक्षित करने का दर्शन भी मिलता है। ऐसी ही मिसाल पेश कर रहा है कि फफूंद रोड पर स्थापित एक लॉ कालेज।

loksabha election banner

शहर से फफूंद को जाने वाले मार्ग पर वर्ष 2011 में स्थापित ला कालेज में प्रबंध समिति ने जल संरक्षण को निर्माण योजना में ही शामिल कर लिया। करीब 10 हजार वर्ग फुट एरिया का 70 फीसद भाग खुला छोड़ा गया। तीन मंजिला बनी इस इमारत में उपयोग होने के बाद बर्बाद होते जल को एक जगह पर संरक्षित किया गया। बरसात का पानी भी भूगर्भ में संरक्षित करने के लिए खुली एरिया में 10 वाटर स्पॉट बनाए गए हैं। खुले क्षेत्र को हरा भरा रखने, विद्यालय परिवार को शुद्ध वातावरण देने के लिए यहां पर कदंब, चितवन, आम, अशोक, गुलाब, रातरानी, गेंदा, रबर, गुड़हल, तुलसी, नीम, मोरपंख, लेडीपाम, गरवेरा, डेजी, पाइन आदि सैकड़ों पौधे लगाए गए हैं। गमलों में भी कई प्रकार के छाया में तैयार होने वाले सुगंधित छोटे पौधे तैयार किए गए हैं। विधि प्रवक्ता विनीता पांडेय ने बताया कि पूरे विद्यालय में दैनिक उपयोग से बर्बाद होने वाला पानी पौधों को सींचने के काम में लाया जाता है। विद्यालय को हमेशा शुद्ध व स्वच्छ वातावरण मिलता है। प्रबंधक रंजीत सिंह राजावत ने बताया कि कालेज निर्माण के समय ही पानी की एक-एक बूंद को बर्बाद होने से बचाने की कार्ययोजना तैयार कर ली गई। करीब 10 वर्ष से जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। करीब 60 हजार लीटर पूरे वर्ष का पानी सहेजा जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.