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सूखे पड़े तालाब, पानी को तरस रहे पशु-पक्षी

संवादसूत्र सहायल (औरैया) केंद्र सरकार द्वारा गांवों में तालाबों का अस्तित्व बरकरार रखने

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 11:09 PM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 06:24 AM (IST)
सूखे पड़े तालाब, पानी को तरस रहे पशु-पक्षी
सूखे पड़े तालाब, पानी को तरस रहे पशु-पक्षी

संवादसूत्र, सहायल, (औरैया) : केंद्र सरकार द्वारा गांवों में तालाबों का अस्तित्व बरकरार रखने के लिए मनरेगा के तहत कार्य कराने की योजना संचालित की गई। सौंदर्यीकरण के नाम पर काफी धनराशि मुहैया कराई गई। इसी के तहत सहार ब्लॉक के गांवों में तालाबों की खुदाई कराई गई थी। पानी के अभाव में पशु पक्षियों के लिए पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है।

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गर्मी की शुरुआत के साथ ही अधिकांश तालाब सूखे पड़े हैं। इनके भरवाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ऐसे में एक ओर जहां पशु, पक्षियों के समक्ष संकट खड़ा हो गया है। तो दूसरी ओर प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पशुपालकों को भी अपने पालतू मवेशियों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। इनके भरवाने के लिए नहर व बंबा ही साधन हैं। तालाबों के न भरने से ग्रामीण चितित दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक इनमें पानी नहीं छोड़ा जा सका है। क्षेत्र निवासी बब्बन तिवारी ,सोनू मिश्रा ,बड़े तिवारी ,अंकुर आदि ने जिलाधिकारी से सूखे पड़े तालाब व पोखरों में पानी भरवाने की मांग की है। जिससे इन पर निर्भर पशु, पक्षियों को राहत मिल सके।

सिर्फ पांच तालाबों का हुआ सौंदर्यीकरण

सहार ब्लॉक के अधिकारियों की अनदेखी का आलम यह है कि प्रशासन द्वारा 13 तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाना था। जिसमें पांच तालाबों में ही कार्य कराया गया। शेष अनदेखी की भेंट चढ़ गए। जिससे लोगों को भारी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

तालाबों का सौंदर्यीकरण कराए जाने का काम चल रहा है। जहां पर काम शुरू नहीं हुआ है। वहां पर काम में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। - हरेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक


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