Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुत्ता काटने के 19वें दिन बाद छह साल के मासूम की मौत, लगे थे एंटी रेबीज के तीन इंजेक्शन

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 09:36 PM (IST)

    कुत्ते के हमले में 18 दिन पहले घायल हुए छह साल के बच्चे की मंगलवार को मौत हो गई। उसे एंटी रेबीज वैक्सीन की तीन डोज दी जा चुकी थी, लेकिन उसे लगातार बुखार आ रहा था। तीसरी डोज दिए जाने के बाद से उसे पानी से डर लगने लगा था। उसे दिल्ली के सफदरजंग स्थित वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। स्वजन और ग्रामीणों का कहना है कि कुत्ता पागल था।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, औरैया। कुत्ते के हमले में 18 दिन पहले घायल हुए छह साल के बच्चे की मंगलवार को मौत हो गई। उसे एंटी रेबीज वैक्सीन की तीन डोज दी जा चुकी थी, लेकिन उसे लगातार बुखार आ रहा था। तीसरी डोज दिए जाने के बाद से उसे पानी से डर लगने लगा था। उसे दिल्ली के सफदरजंग स्थित वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। स्वजन और ग्रामीणों का कहना है कि कुत्ता पागल था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डिप्टी सीएमओ डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि रेबीज का वायरस दिमाग पर असर करता है। कुत्ते ने गले और चेहरे पर काटा था, इसलिए संभव है कि वायरस जल्दी फैल गया और वैक्सीन असर नहीं कर सकी।

    बिधूना निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेंगर का छह वर्षीय बेटा स्माल सेंगर 24 अक्टूबर को खेत से घर आ रहा था। रास्ते में कुत्ते ने मासूम पर हमला कर दिया और उसके गर्दन व चेहरे पर काट लिया। पिता धीरेंद्र प्रताप सेंगर उसे बिधूना स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। चिकित्सक ने उसका इलाज किया और 25 अक्टूबर को एंटी रेबीज वैक्सीन की पहली डोज देकर घर भेज दिया गया। वैक्सीन की दूसरी डोज 28 अक्टूबर को दी गई। तीसरी डोज तीन नवंबर को दी गई।

    हालत में सुधार न होने पर डॉक्टरों ने चिचौली स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। स्वजन मासूम को मेडिकल कालेज न ले जाकर चार नवंबर को फिरोजाबाद के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां भी मासूम को आराम नहीं मिला। फिरोजाबाद में डॉक्टरों ने मासूम को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाने की सलाह दी गई।

    पांच नवंबर को स्वजन एम्स पहुंचे, लेकिन बेड न मिलने पर छह नवंबर को वर्धमान महावीर मेडिकल कालेज सफदरगंज में भर्ती कराया। मासूम की हालत और खराब होती गई और 11 नवंबर मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मंगलवार देर रात स्वजन शव लेकर गांव पहुंचे। जहां बुधवार सुबह खेतों पर मासूम का अंतिम संस्कार किया गया।