पीएम आवास के लिए दर-दर भटक रहा दिव्यांग
संवाद सूत्र अछल्दा केंद्र व प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद गरीब व असहायों तक संच
संवाद सूत्र, अछल्दा : केंद्र व प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद गरीब व असहायों तक संचालित योजनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं। यह हकीकत तब सामने आई जब ग्राम छछूंद निवासी दिव्यांग ने अपनी पीड़ा सुनाई। उसने बताया कि वर्षों से उसके पास आवास नहीं है। कई बार वह अधिकारियों की चौखट पर मत्था टेक चुका है। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उसके पास यदि जेब गर्म करने के लिए धन होता तो शायद उसके परिवार को प्रधानमंत्री आवास व अन्य योजनाओं का लाभ मिल जाता।
ग्राम छछूंद निवासी दिव्यांग द्वारिका प्रसाद दोहरे पुत्र बनवारी लाल भूमिहीन हैं। उसकी पत्नी शुरू से ही वेजुबान हैं। वह बमुश्किल परिवार के लिए दो जून की रोटी जुटा पाता है। शारीरिक रूप से कमजोर होने की वजह से भरण पोषण सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। पत्नी को आज तक पेंशन नहीं मिल पाई। कई बार वह तहसील मुख्यालय, ब्लॉक के चक्कर लगा चुका। कई बार ग्राम प्रधान से गुहार लगाई। लेकिन अभी तक आवास नहीं मिल सका। सुविधा शुल्क न दे पाने की वजह से वह पेंशन आदि योजनाओं से वंचित है। बरसात में उनके सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। उनके एक बेटी व चार बेटा हैं। जिन्हें पढ़ाने के लिए समस्या बनी हुई है। ग्राम प्रधान सरोज यादव का कहना है कि वर्ष 2011 की सूची में नाम नहीं है। नई सूची में नाम भेज दिया जाएगा। खंड विकास अधिकारी अश्विनी कुमार सोनकर ने बताया कि जांचकर आवास दिलाया जाएगा।