दिबियापुर-औरैया फोरलेन निर्माण को फिर झटका
जागरण संवाददाता औरैया फोरलेन बन रहे बिलराया-पनवाड़ी राजमार्ग के कारण दिबियापुर-औरै
जागरण संवाददाता, औरैया: फोरलेन बन रहे बिलराया-पनवाड़ी राजमार्ग के कारण दिबियापुर-औरैया फोरलेन निर्माण को एक बार पुन: झटका लगा है। विभाग ने इस मार्ग को पहले से बन रहे औरैया-फफूंद फोरलेन में जोड़ने का प्लान बनाया है। इससे जिला मुख्यालय वाली सड़क को फोरलेन बनाने का कार्य एक बार फिर से खटाई में पड़ गया है।
सपा सरकार में जिला मुख्यालय को फोरलेन से जोड़ने की योजना थी। जिसके तहत सर्वे कराया गया था। इसके बाद किसी कारणवश यह सड़क फोरलेन नहीं हो सकी और औरैया से फफूंद सड़क फोरलेन होने लगी। भाजपा सरकार में बिलराया पनवाड़ी राजमार्ग को फोरलेन बनाने की घोषणा हुई। बजट के साथ ही जालौन तक सड़क बनकर आ गई। इधर औरैया में बेला तक फोरलेन निर्माण बहुत तेजी से चल रहा है। दिबियापुर में नहर पुल के कारण बाईपास की मांग उठ रही थी। ऐसे में विभाग ने अपना नया फैसला ले लिया। विभाग ने इस फोरलेन को पहले से बन रहे औरैया फफूंद फोरलेन से जोड़ने का प्लान बनाया है। इसे फफूंद से बाईपास देते हुए पाता होकर असेनी में निकालने का प्लान है। इससे विभाग के बजट की भी बचत हो जाएगी। विभागीय सूत्रों की मानें तो जिला मुख्यालय को जोड़ते हुए दिबियापुर तक स़ड़क ले जाकर बाईपास निकालना था मगर उच्चाधिकारियों ने जानबूझ कर इसको खत्म करने का प्लान बनाया है।
लोगों की दिक्कतें रहेंगी बरकरार
जिला मुख्यालय वाली सड़क में दिबियापुर-औरैया की दूरी बीस किलोमीटर है। जिसे आप चार पहिया वाहन से करीब 30 से 40 मिनट में ही पूरी कर सकते है। अगर जाम मिला तो समय और बढ़ सकता है। जिस कारण जिला मुख्यालय बहुत दूस समझ में आता है। अगर फोरलेन बन जाता, तो मुख्यालय पहुंचने में सुगमता होती।
अधिक ट्रैफिक के बाद भी विभाग कर रहा मनमानी
इस सड़क पर 2015-16 में 10 हजार 237 वाहन प्रतिदिन निकल रहे थे। अब 2019 आधा बीत गया है। इन चार सालों में इन वाहनों की संख्या तीन गुनी हो गई है। अब तकरीबन 25 से तीस हजार वाहन प्रतिदिन इस सड़क से गुजर रहे है। जबकि फोरलेन बनने के मानक के लिए प्रतिदिन कम से कम 18 हजार वाहन गुजरना चाहिए। फोरलेन का ट्रैफिक होने के बाद भी विभाग मनमानी करने पर उतारू है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
मैं अभी मीटिग में बाहर हूं। प्लान बनाकर अधिशाषी अभियंता देंगे। इसके बाद उस पर विचार किया जाएगा।
पीके जैन , अधीक्षण अभियंता, लोकनिर्माण विभाग