डायल-100 ट्रेन यात्रियों की करेगी सहायता
जागरण संवाददाता, औरैया: रेल यात्री भी सौ नंबर मिलाकर मदद मांग सकेंगे। शासन के निर्देश पर
जागरण संवाददाता, औरैया: रेल यात्री भी सौ नंबर मिलाकर मदद मांग सकेंगे। शासन के निर्देश पर डायल 100 का कार्य क्षेत्र बढ़ा दिया गया है। जीआरपी,आरपीएफ अकसर लोगों के पास नंबर न होने के चलते वह अपनी समस्या को नहीं बता पाते हैं। जिससे वह अपनी दिक्कत को दबाकर अपने गंतव्य पर चले जाते हैं। अब ऐसा नहीं होगा यात्री सीधे डायल-100 कर अपनी समस्या को बता सकेंगे। वहीं पुलिस भी मौके पर पहुंचकर उनकी समस्या को दूर करेंगे।
प्रदेश सरकार ने घटना होने के तत्काल बाद मदद पहुंचाने के लिए डायल-100 सेवा शुरू की। इससे स्टेशन परिसर और ट्रेन को अलग रखा था। ट्रेन व स्टेशन परिसर में यात्रियों को सुरक्षा व सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी जीआरपी और आरपीएफ की है। चलती ट्रेन से यात्री कॉल कर कोई दिक्कत बताता है तो जहां ट्रेन रुकती है, वहां जीआरपी या आरपीएफ मदद करती है। ऐसी स्थिति में अपराध करने वाला भाग निकलता है। घायल यात्रियों को कई घंटों के बाद इलाज मिल पाता है। इससे निपटने के लिए डायल-100 के कार्य क्षेत्र को बढ़ाने के साथ ही स्टेशन परिसर को इससे जोड़ा जा रहा है। सूचना देने पर ट्रेन में एस्कोर्ट कर रहे सिपाही पीड़ित से बातचीत कर तत्काल मदद करेंगे। जिस ट्रेन में आरपीएफ की एस्कोर्ट होगी उसमें चलने वाले जवान को सूचना देकर सहायता दिलाई जाएगी। ट्रेन के स्टेशन पर रुकने पर जीआरपी पीड़ित से मिलकर समस्या जानने के साथ ही उसका त्वरित समाधान कराएगी। इस व्यवस्था के बाद ट्रेनों व स्टेशन परिसर में होने वाले अपराध पर काफी हद तक नियंत्रण हो जाएगा। क्या कहते हैं जिम्मेदार
पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी ¨सह ने बताया कि डायल-100 का विस्तार किया जा रहा है। कार्यालय में इसका कंट्रोल रूम बना है। जिसमें मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमडीटी) स्थापित किया जा रहा है। जिससे यात्रियों को शीघ्र ही सहायता व सुरक्षा मिल सकेगी।