स्वच्छता टीम ने कूड़ाघर देख लगाई फटकार
जागरण संवाददाता, औरैया : जिला अस्तपाल में कानपुर से आई स्वच्छता टीम ने निरीक्षण किया। उन्ह
जागरण संवाददाता, औरैया : जिला अस्तपाल में कानपुर से आई स्वच्छता टीम ने निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में सभी दवाइयां न देख नाराजगी जताई। इमरजेंसी कक्ष में तीन तरह के डस्टबिन रखने का आदेश दिया। अस्पताल के पास बने कूड़ाघर में गंदगी व उसमें आग लगी देख कर्मचारियों की फटकार लगाई। चार दिन पहले सदर विधायक ने कूड़ाघर पर आपत्ति जताते हुए उसे बंद करने का आदेश दिया था।
मंगलवार को कानपुर से तीन सदस्यीय स्वच्छता टीम डा. आशीष कुमार, डा. सुरेंद्र ¨सह, प्रोग्राम असिस्टेंट पूनम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में समुचित दवाइयां न देख नाराजगी प्रकट की। इसके साथ ही उन्होंने वहां डस्टबिन का एक डिब्बा देख कर्मचारियों से उसके बारे में जानकारी ली। टीम ने वहां कर्मचारियों को अग्निशमन यंत्र भी चलाने का तरीका बताया। इसके बाद वह ओपीडी में पहुंचे। वहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त देख संतोष प्रकट किया। लेकिन शौचालयों में पानी न होने की शिकायत मिलने पर कर्मचारियों को हिदायत दी कि जल्द से जल्द इसमें पानी की व्यवस्था कराएं। उन्होंने वहां आक्सीजन सिलेंडर के बारे में भी जानकारी ली। लेकिन कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। टीम ने कर्मचारियों को अस्पताल के गेट पर लगी लाइट को भी सही लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद वह अस्पताल के बाहर बने कूड़ाघर में पहुंचे। वहां उन्होंने गंदगी व कूड़े में आग लगी देख कर्मचारियों को हिदायत दी कि यह कूड़ाघर तत्काल बंद कर दें। इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी टीम के साथ मौजूद रहे। बंद पड़े शौचालय पर नहीं पड़ी टीम की नजर
जिला अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के पास ही पुरुषों के लिए एक शौचालय बना है। लेकिन उस शौचालय में ताला पड़ा रहता है। इससे यहां आने वाले मरीज जरूरत पड़ने पर परेशान रहते हैं। कानपुर से आई स्वच्छता टीम की नजर इस बंद शौचालय पर नहीं पड़ी। कुछ लोगों का कहना है कि टीम तो सिर्फ खाना पूर्ति कर वापस चली गई। जबकि अस्पताल में अनियमितताएं तो बहुत हैं। अस्पताल को मिले दो डॉक्टर
जिला अस्पताल डाक्टरों की कमी से जूझ रहा था। यहां आने वाले मरीज परेशान होते थे। अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर कई बार अवगत कराया था। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों ने जिला अस्पताल में दो डॉक्टर भेजे हैं। डा. अमित पोरवाल ने गत दिवस अस्पताल पहुंच ज्वाइ¨नग ली और ओपीडी में मरीजों को देखा था। मंगलवार को डा. वेद प्रकाश मिश्र भी अस्पताल पहुंच गए। यह फीजियोथेरिपिस्ट हैं। जिला अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि शासन द्वारा दो डाक्टर मिल गए हैं। जल्द ही और डाक्टर आने की उम्मीद है। क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला अस्पताल के अधीक्षक डा. हीरा ¨सह ने बताया कि कानपुर से कायाकल्प योजना की टीम आई थी। उन्होंने अस्पताल को दुरुस्त रखने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। जल्द ही उनके बताए गए सुझावों पर कार्य कर लिया जाएगा।